न नीला जहर फैलने देगी, न बिहार को दलदल में फंसने देगी भाजपा : नंद किशोर

केंद्रीय मंत्रियों के एक साल का हिसाब देने पर जदयू सुप्रीमो को आ रहा गुस्सा जदयू सरकार की नीतियों के कारण बिहार के किसान हो रहें खुदकुशी करने को मजबूरसंवाददाता, पटना भारतीय जनता पार्टी न तो बिहार में नीतीश-लालू का नीला जहर फैलने देगी, न सूबे को दल-दल में फंसने देगी. उक्त बातें शनिवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2015 7:05 PM

केंद्रीय मंत्रियों के एक साल का हिसाब देने पर जदयू सुप्रीमो को आ रहा गुस्सा जदयू सरकार की नीतियों के कारण बिहार के किसान हो रहें खुदकुशी करने को मजबूरसंवाददाता, पटना भारतीय जनता पार्टी न तो बिहार में नीतीश-लालू का नीला जहर फैलने देगी, न सूबे को दल-दल में फंसने देगी. उक्त बातें शनिवार को प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कही. सीएम नीतीश कुमार पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा है कि अपने वादे-दावों की पोल खुलते देख वे बौखला गये हैं. पहले तो जदयू के नेता हर दिन भाजपा से केंद्र के एक साल के काम का हिसाब मांग रहे थे, जब बिहार आ कर केंद्रीय मंत्रियों ने जनता के सामने अपने-अपने काम की जानकारी दी, तो जदयू सुप्रीमो को गुस्सा आ रहा है. जदयू सुप्रीमो तो बार-बार केंद्र सरकार पर भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को ले कर आरोप लगा रहे हैं, जबकि खुद उनकी सरकार की नीतियों के कारण बिहार के किसान खुदकुशी करने को मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने 10 दिनों में फसल क्षतिपूर्ति का मुआवजा किसानों के बीच बांटने की घोषणा की थी, किंतु महीने भर में मात्र 610 करोड़ रुपये ही बांटे गये. जो 610 करोड़ रुपये बांटे गये, उसमें भी सूची में हेर-फेर की शिकायतें मिल रही हैं. धान खरीद का वक्त 31 मार्च को ही खत्म हो गया, किंतु अब-तक किसानों को इस मद में 343 करोड़ रुपये नहीं दिये गये. बिहटा के किसानों को एक परियोजना एक रेट पर जमीन अधिग्रहण का मुआवजा उन्होंने एक किसान की मौत के बाद मजबूरी में देने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा है कि हर पार्टी या गंठबंधन के पास विकास का मॉडल होता है, किंतु बिहार में सत्ता पक्ष ने तो विनाश का मॉडल बनाया है.

Next Article

Exit mobile version