बनाये 80 पपेट और खूब खाये तरबूज

किलकारी, बिहार बाल भवन में 30 मई से चल रहे पपेट कार्यशाला के अंतिम दिन बच्चों ने 80 से अधिक कठपुतली बनाये. कठपुतली के किरदारों को नाम दिया गया. बच्चों ने स्क्रप्टि लिख कर नाटक भी तैयार किये. कार्यशाला के समापन अवसर पर बच्चों ने ‘आओ बच्चों तुम्हें सिखाएं झांकी हिंदुस्तान’ की गाने के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2015 7:05 PM

किलकारी, बिहार बाल भवन में 30 मई से चल रहे पपेट कार्यशाला के अंतिम दिन बच्चों ने 80 से अधिक कठपुतली बनाये. कठपुतली के किरदारों को नाम दिया गया. बच्चों ने स्क्रप्टि लिख कर नाटक भी तैयार किये. कार्यशाला के समापन अवसर पर बच्चों ने ‘आओ बच्चों तुम्हें सिखाएं झांकी हिंदुस्तान’ की गाने के साथ मिक्सअप करके खुद से स्क्रप्टि लिख कर सुंदर पपेट शो पेश किया. कोलकाता से आये विशेषज्ञ दिलीप मंडल ‘धूमकेतु पेपट थियेटर’ के निदेशक है. पपेट ड्रामा के माध्यम से ये समाज में जागरूता लाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने यहां बच्चों को टिप्स दिये. बुधवार से कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग, संगीत में खुसरो के गीत पर फ्यूजन, खेल में ताइक्वांडो एवं जिमनास्टिक का प्रशिक्षण आरंभ हुआ. इसके अतिरिक्त वॉयस मॉड्यूलेशन, चेस, बॉल बैडमिटंन, स्केटिंग, स्पैनिश गिटार, भरतनाट्यम, खिलौना निर्माण आदि की कार्यशाला जारी है. फन गेम में बच्चों ने तरबूज खाओ प्रतियोगिता में बहुत तरबूज खाये. इसमें 200 बच्चों ने भाग लिया.

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