जदयू सुप्रीमों बताएं आम की सुरक्षा जरूरी या आवाम की: नंद किशोर

संवाददाता, पटनाबिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा है कि जदयू सरकार को अवाम की नहीं आम की अधिक चिंता है. सूबे की बदहाल कानून-व्यवस्था की चर्चा करते हुए यादव ने कहा कि आंकड़ा बताता है कि फरवरी में बिहार में हत्या की 211 और मार्च में 274 वारदात दर्ज की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2015 7:05 PM

संवाददाता, पटनाबिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा है कि जदयू सरकार को अवाम की नहीं आम की अधिक चिंता है. सूबे की बदहाल कानून-व्यवस्था की चर्चा करते हुए यादव ने कहा कि आंकड़ा बताता है कि फरवरी में बिहार में हत्या की 211 और मार्च में 274 वारदात दर्ज की गयी. फरवरी में डकैती के 34 और मार्च में 35 केस दर्ज हुए. अपहरण तो राजद राज की तरह से उद्योग बन चुका है. फरवरी में 561 और मार्च में 619 अपहरण के केस हुए हैं. अप्रैल में भी करीब 500 लोगों के अगवा किए जाने की खबर है. इसके अलावा बिहार में फरवरी और मार्च में हिंसा की 2000 से ज्यादा घटनाएं हुई. यह बताता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गयी है. यादव ने कहा कि एक लाख लोगों की सुरक्षा में औसतन 65 से 70 पुलिसकर्मी तैनात हैं, जबकि आम के 100 पेड़ की सुरक्षा के लिए दो दर्जन पुलिसवाले तैनात किये गये हैं. जदयू सुप्रीमों को बताना चाहिए कि उनकी निगाह में बिहार की जनता की सुरक्षा प्राथमिकता हैं या आम-कटहल की सुरक्षा. जदयू सरकार बिहार में पुलिसवालों की कमी के बावजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री की डिमांड पर अफसर भेज रही है.

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