दुष्कर्म में नहीं मिले बायोलॉजिकल साक्ष्य
पटना: जिला समाहरणालय में तैनात सीनियर डिप्टी कलक्टर अखिलेश कुमार की बेटी के साथ दुष्कर्म के साक्ष्य मेडिकल रिपोर्ट में नहीं पाये गये हैं. 27 अप्रैल को पटना मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा महिला थाना, पटना के थानाध्यक्ष को सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के क्रम में पीड़िता के अंदरूनी […]
पटना: जिला समाहरणालय में तैनात सीनियर डिप्टी कलक्टर अखिलेश कुमार की बेटी के साथ दुष्कर्म के साक्ष्य मेडिकल रिपोर्ट में नहीं पाये गये हैं.
27 अप्रैल को पटना मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा महिला थाना, पटना के थानाध्यक्ष को सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के क्रम में पीड़िता के अंदरूनी अंगों में स्पर्म का कोई अंश नहीं पाया गया है. इसके साथ ही पीड़िता की उम्र 17 से 19 वर्ष बतायी गयी है. डॉक्टर पीड़िता का बायोलॉजीकल टेस्ट करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं. इसमें पीड़िता की एक्स-रे रिपोर्ट भी शामिल है.
13 अप्रैल को दर्ज हुआ था मामला
13 अप्रैल को अखिलेश कुमार की पत्नी व पुत्री ने महिला थाने में शिकायत दर्ज करायी थी कि आरोपित अधिकारी ने पुत्री के साथ दुष्कर्म किया है. इस मामले के सामने आते ही पुलिस अधिकारियों से लेकर समाज के हर तबके में सनसनी फैल गयी थी.
तब, वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने मीडिया को बताया था कि प्रारंभिक मेडिकल जांच करायी गयी है, जिसमें आरोप को सही पाया गया है. गिरफ्तारी के दौरान आरोपित अधिकारी अखिलेश कुमार ने पुलिस को कहा था कि पत्नी के साथ विवाद के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है. घटना के सामने आते ही पटना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. दो दिन पहले ही सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें निलंबित भी कर दिया है.