जदयू-राजद गठबंधन : क्या अब बनेगी बात!
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व राजद-जदयू के बीच गठबंधन को लेकर लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध के अब दूर होने की संभावना दिखाई देने लगी है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कल एक बार फिर कहा है कि गठबंधन तय है और भाजपा को सत्ता से दूर रखने के […]
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व राजद-जदयू के बीच गठबंधन को लेकर लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध के अब दूर होने की संभावना दिखाई देने लगी है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कल एक बार फिर कहा है कि गठबंधन तय है और भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए गठबंधन हो कर रहेगा. वहीं, राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी गठबंधन होने की बात कहते रहे हैं. इससे पहले दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने अपने-अपने दलों के नेताओं को इस संबंध में बयान देने से मना कर दिया है. इसी के बाद राजद सुप्रीमो एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच मुलाकात के बाद गठबंधन पर सक्रियता तेज हो गई है. इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली में शरद, लालू व नीतीश के बीच मुलाकात संभव है. इस दौरान सीटों के बंटवारा व सीएम उम्मीदवार के नाम पर फैसला हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कल पटना में मुलाकात के बाद शरद यादव ने कहा था कि गठबंधन होकर रहेगा. हालांकि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गठबंधन की समय सीमा एवं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के संबंध कुछ नहीं कहा. वहीं, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पार्टी ने अभी तक नीतीश कुमार को विधानसभा में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार स्वीकार नहीं किया है. हालांकि उन्होंने एक बार फिर कहा कि भाजपा को हराने के लिए छह पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी.
लालू आज जाएंगे दिल्ली
गठबंधन पर बातचीत के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव शनिवार को दिल्ली पहुंच जाएंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी दिल्ली पहुंचने की संभावना है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव एवं नीतीश कुमार के साथ रविवार को लालू प्रसाद की वार्ता संभव है. इस दौरान जदयू व राजद के बीच सीटों के बंटवारा व नेतृत्व पर बातचीत होने की संभावना है. गौर हो कि राजद से गठबंधन शुरू होने के बाद से यह पहला मौका है, जब लालू व शरद के साथ नीतीश भी वार्ता में शामिल होंगे.
राजद-जदयू के बीच दूरियों को कम करने की कोशिश में जुटे शरद
गठबंधन को लेकर बीते दिनों हुई तीखी बयानबाजी के बीच शरद यादव लगातार राजद एवं जदयू के बीच बढ़ी दूरियों को कम करने की कोशिश में जुटे दिखे. इसी कड़ी में वे बीते दिनों अपने पटना प्रवास के दौरान नीतीश व लालू से अलग-अलग मुलाकात कर दोनों की बात एक दूसरे तक पहुंचाने की कोशिश की. जिससे गठबंधन को लेकर जारी गतिरोध को कम किया जा सके. इसके बाद वे शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए और आज लालू प्रसाद भी दिल्ली पहुंच जाएंगे. सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी दिल्ली पहुंचने की संभावना है. इसके साथ ही रविवार को इन तीनों के बीच बैठक की संभावना है.
राजद के भीतर नीतीश को लेकर असहजता
नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद के लिए गठबंधन का उम्मीदवार घोषित करने को लेकर राजद के भीतर उठी असहजता को प्रदिर्शत करते हुए बीते दिनों पार्टी के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है. लालू प्रसाद के करीबी सहयोगी रघुवंश ने कहा कि राजद में ऐसे कई लोग हैं जो एक अच्छा मुख्यमंत्री बन सकते हैं.रघुवंश पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश की उम्मीदवारी को लेकर असहजता प्रकट करते रहे हैं.
जदयू के भीतर रघुवंश के बयान को लेकर विरोध
नीतीश के करीबी सहयोगी रजक ने बीते दिनों कहा कि राजद प्रमुख भाजपा को हराने के लिए हालांकि जदयू के साथ हाथ मिलाने के पक्ष में हैं, लेकिन इस तरह के बयान देकर ये नेता केवल बाधाएं पैदा कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस ने नीतीश को लेकर अपनी प्राथमिकता पहले ही जाहिर कर दी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद कहा था कि नीतीश एक अच्छे मुख्यमंत्री साबित हुए हैं और चुनाव में उनका चेहरा आगे करने से भाजपा विरोधी गठबंधन को फायदा होगा.