भाजपा की गुलाबी क्रांति का क्या हुआ
जदयू का भाजपा से 12वांं सवालसंवाददाता, पटना जदयू ने रविवार को भाजपा से 12वां सवाल पूछा. जदयू प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने पूछा है कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री गुलाबी क्रांति की बात करते थे. नवादा सहित कई जगहों पर नरेंद्र मोदी ने जनसभाओं में पशुपालन को बढ़ावा देनी की बात कही थी. […]
जदयू का भाजपा से 12वांं सवालसंवाददाता, पटना जदयू ने रविवार को भाजपा से 12वां सवाल पूछा. जदयू प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने पूछा है कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री गुलाबी क्रांति की बात करते थे. नवादा सहित कई जगहों पर नरेंद्र मोदी ने जनसभाओं में पशुपालन को बढ़ावा देनी की बात कही थी. श्री नीरज ने कहा कि जदयू भाजपा से यह जानना चाहती है कि क्या यह सही नहीं है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कृषि क्षेत्र में सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि तो नहीं, 2़3 फीसदी की कमी दर्ज की गई. क्या इससे गुलाबी क्रांति संभव है? राष्ट्रीय पशुधन, स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम जिसमें केंद्रांश 75 प्रतिशत था, जो पशुओं को संक्रामक रोग से बचाव हेतु सघन टीकाकरण से जुड़ा हुआ है. यह राशि अभी तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है. जदयू प्रवक्ता ने सवाल किया है कि लोकसभा चुनाव में भावनात्मक उन्माद पैदा कर धार्मिक ध्रुवीकरण के लिए गौ से जुड़े सवाल उठाये जाते थे, जबकि सच तो यह है कि नरेंद्र मोदी के सत्ता प्राप्त करने के बाद 16 प्रतिशत मांस का निर्यात बढ़ा और इस कार्य में शामिल लोगों को केंद्र सब्सिडी दे रहा है. उन्होंने कहा कि जदयू का यह स्पष्ट मानना है कि कि भाजपा सत्ता प्राप्त करने के लिए मनुष्य को तो भ्रमजाल में डाला ही, साथ-ही-साथ मूक पशुओं को भी नहीं बख्शा. केंद्र मेें सरकार बनाने के लिए भावनात्मक उन्माद पैदा करना, केंद्र में सत्ता प्राप्त करने के बाद मांस का निर्यात बढ़ाना भाजपा की कार्यशैली की नग्न सच्चाई है.