पटना/नयी दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व रविवार को दिल्ली में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर गठबंधन को लेकर जनता परिवार के प्रमुख नेताओं की अहम बैठक संपन्न हुई. इस बैठक के बाद सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने बताया कि बिहार में विधानसभा चुनाव गठबंधन बनाकर लड़ा जाएगा. इसके लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. हालांकि बैठक में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति नहीं बन पायी है.
बैठक में शामिल होने से पहले नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. इन दोनों प्रमुख नेताओं की मुलाकात ने राजद पर दबाव बढ़ा दिया है. इससे पहले गंठबंधन को लेकर सपा प्रमुख मुलायम सिंह के आवास पर संपन्न हुई बैठक में नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए थे. इस बैठक में शामिल होने के लिए पटना से रवाना होने के पहले लालू प्रसाद ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं जदयू से बाहर किये गये जीतन राम मांझी को जनता परिवार में शामिल होने का न्योता दिया था. जिसको लेकर नीतीश कुमार चल रहे थे. इस बार बैठक में शामिल होने से पहले राहुल गांधी के साथ नीतीश कुमार की मुलाकात ने सियासी तापमान को बढ़ा दिया है.
उल्लेखनीय है कि लंबे समय तक कांग्रेस के साथ लालू प्रसाद जुड़े रहे है लेकिन हाल के दिनों में कांग्रेस ने नीतीश के साथ अपनी दोस्ती बढ़ा दी है. नीतीश व कांग्रेस के बीच नये राजनीतिक समीकरण से राजद प्रमुख मुश्किल में आ गए है. नीतीश कुमार ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से आज पहली बार मुलाकात की है. सूत्रों की मानें तो बिहार विधानसभा से पूर्व दोनों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत हुई. इस मुलाकात को राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी नीतीश कुमार के कामों की सराहना भी चुके है.
सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी बिहार में नीतीश कुमार को अपने नये साथी के तौर देख रहे है और नीतीश के नेतृत्व में ही कांग्रेस अगामी विधान सभा चुनाव लड़ना चाह रही हैं. सृत्रों की मानें तो नीतीश कुमार राजद के अतिरिक्त अन्य विकल्प पर विचार कर रहे है और इसी कड़ी में उन्होंने आज राहुल गांधी से मुलाकात की. जीतन राम मांझी को जनता परिवार में शामिल होने का न्योता दिये जाने के बाद से ही वह लालू प्रसाद से नाराज चल रहे थे.
नीतीश को है कांग्रेस का सहयोग: गुलाम नबी आजाद
गठबंधन को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राज्य में आगामी विधान सभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए सेक्यूलर ताकतों को एकजुट होना होगा. विधान परिषद चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस पार्टनर के रूप में है. नेशनल पार्टी के रूप में पार्टी की जो भूमिका होनी चाहिए उसे पूरा किया जा रहा है. नीतीश सरकार को कांग्रेस का सहयोग है. नीतीश अभी नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अन्य सेक्यूलर दल उनका साथ देंगे. सेक्यूलर दल उसे मानता हूं जो बोलता है व अमल करता है. कांग्रेस मान-सम्मान की लड़ाई लड़ती है. सेक्यूलर दल मिल कर लड़े तो भाजपा को आने से रोका जा सकता है.
राम गोपल बोले- गठबंधन होगा
गठबंधन पर विचार के लिए मुलायम सिंह यादव के घर बुलाई गयी बैठक के खत्म होने के बाद समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि बिहार में भाजपा के खिलाफ गठबंधन होगा और इसके लिए समिति बनायी गयी है. इस छह सदस्यीय कमिटी में आरजेडी और जेडीयू के सदस्य होंगे. दोनों पार्टियों के इसमें तीन-तीन सदस्य होंगे. कमिटी सीटों के बंटवारे को लेकर सुझाव देगी और उसी के आधार पर सीटों का बंटवारा होगा.
सीएम पद को लेकर कोई सहमति नहीं बन पायी है. हालांकि रामगोपाल यादव ने कहा कि सीएम पद को लेकर कोई विवाद नहीं है. विलय के प्रश्न पर रामगोपाल ने यादव ने कहा कि जनता परिवार का विलय बिहार चुनाव के बाद होगा. बैठक में लालू और नीतीश कुमार भी मौजूद थे.