नीतीश बने सीएम उम्मीदवार, लालू बोले भाजपा को रोकने के लिए जहर पीने को भी तैयार

नयी दिल्ली : बिहार की राजनीति में आज नाटकीय ढंग से एक नया मोड तब आ गया जब जनता परिवार के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया. मुलायम ने यह घोषणा जनता परिवार को दो और दिग्गज नेताओं लालू प्रसाद व शरद यादव की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2015 5:42 PM

नयी दिल्ली : बिहार की राजनीति में आज नाटकीय ढंग से एक नया मोड तब आ गया जब जनता परिवार के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया. मुलायम ने यह घोषणा जनता परिवार को दो और दिग्गज नेताओं लालू प्रसाद व शरद यादव की मौजूदगी में की. इस घोषणा के बाद लालू ने मीडिया से कहा कि मुलायम सिंह को जनता परिवार ने अपना नेता चुना है और उनका फैसला सबको स्वीकार्य है. लालू ने यह भी कहा कि भाजपा को रोकने के लिए वे जहर का घूंट भी पीने को तैयार हैं.

जनता परिवार में कथित रूप से मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे मतभेदों पर इस घोषणा के बाद ब्रेक लग गया. लालू प्रसाद ने कहा कि मेरी पार्टी में भी कोई मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं है. उन्होंने कहा कि हम बिहार से देश को एक नया संदेश देंगे. लालू प्रसाद ने कहा कि मुलायम सिंह हमारे नेता हैं और वे जो भी फैसला लेंगे उसे हम सब मानेंगे. लालू प्रसाद ने सीएम पद के सवाल पर कहा कि मेरे परिवार में अभी इसके लायक कोई नहीं है, सब उम्र में छोटे हैं और मैं अभी चुनाव नहीं लड सकता हूं.
उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव पर पूरे देश की नजर है. लालू ने कहा कि अब मैं दोनों दल के नेताओं से कहूंगा कि वे एक साथ आ जायें. लालू प्रसाद ने अपनी पार्टी के दो प्रमुख नेताओं रघुवंश प्रसाद व अब्दुल बारी सिद्दीकी का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें पार्टी के फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है, इसलिए यह निर्णय उन्हें भी स्वीकार्य होगा. वहीं, शरद यादव ने कहा कि मुलायम सिंह की घोषणा और लालू प्रसाद के बयान के बाद इस मामले में कोई दो मत नहीं है.
नीतीश की छवि का लाभ लेने की कोशिश
मुलायम सिंह यादव की इस घोषणा के साथ यह साफ हो गया कि नीतीश की छवि व चेहरे के सहारे ही भााजपा विरोधी महागठजोड बिहार में जनता से वोट मांगेगी. इसमें कांग्रेस भी शामिल होगी. नीतीश कुमार की स्वच्छ छवि को न सिर्फ जनता परिवार बल्कि देश की भाजपा विरोधी राजनीतिक गठजोड के लिए भी संभावित संजीवनी माना जा रहा है.
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा नेताओं ने कहा है कि नीतीश कुमार को जनता परिवार का उम्मीदवार घोषित करने से भाजपा को नुकसान नहीं होगा. हालांकि पार्टी नेताओं ने खुद के सीएम पद के नाम के सवालों को टाल दिया है. सुशील मोदी ने कहा है कि पांच महीने लगा दिये उन्होंने इस काम में और नेता चयन में दावं-पेंच भी चले. वहीं, नंदकिशोर यादव ने कहा कि वे तो पहले से सीएम हैं, भाजपा को फर्क नहीं पडेगा. यादव न कहा कि उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि उनमें अकेले भाजपा से लडने की ताकत नहीं है. वहीं, राजीव प्रताप रूडी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद से गठजोड कर जनता का विश्वास खो दिया है. वहीं, कांग्रेस ने इस फैसले का स्वागत किया है. कांग्रेस पहले से ही नीतीश कुमार को सीएम प्रोजेक्ट करने के पक्ष में थी.

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