पटना: जदयू नीत धर्मनिरपेक्ष गठबंधन में शामिल होकर आगामी सितंबर-अक्तूबर में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले बिहार विधानपरिषद की 24 सीटों के लिए आगामी सात जुलाई को होने वाला चुनाव आपसी तालमेल के साथ लड़ रही कांग्रेस प्रदेश में सत्ताधारी जदयू के दो विधान पार्षदों को अपनी पार्टी में शामिल कर परिषद् चुनाव में उतारेगी. जदयू के निवर्तमान विधानपार्षद मो. इसराईल राईन ने मंगलवार को तथा राजेश राम ने कल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. उन्हें परिषद चुनाव में पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है.
जदयू, राजद और राकांपा के साथ आपसी तालमेल के तहत बिहार विधानपरिषद की इन 24 सीटों में से कांग्रेस द्वारा पश्चिम चंपारण के बेतिया, सहरसा और पूर्णिया में अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी जबकि जदयू एवं राजद दस-दस सीटों और राकांपा एक सीट पर अपने उम्मीदवार देगी. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी के भीतर उपयुक्त उम्मीदवार नहीं है कि वे बाहर के लोगों को उम्मीदवार बना रहे हैं उन्होंने कहा कि ऐसा हर दल द्वारा किया जाता है इसलिए यह कोई अप्रत्याशित बात नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव पहले के चुनावों से भिन्न है और सभी धर्मनिरपेक्ष दलों द्वारा भाजपा और उसके घटक दलों को पराजित करने के लिए सशक्त उम्मीदवार खड़ा किया जा रहा है. यह पूछे जाने मीडिया में ऐसी खबरें आ रही है कि परिषद के अपने खाते की तीसरी सीट के लिए भी कांग्रेस दूसरे दल के एक निर्वतमान विधान पार्षद को अपना उम्मीदवार बनाने वाली है चौधरी ने सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया. उल्लेखनीय है कि 90 के दशक में जनता दल के उत्थान के बाद कांग्रेस ने बिहार में अपनी जमीन खो दी.