पटना: जदयू नीत गठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन का चेहरा घोषित किए जाने पर भाजपा ने उनपर अपना प्रहार तेज करते हुए पिछले एक दशक के दौरान प्रदेश में हुए विकास कार्य का श्रेय उनके द्वारा लिए जाने को गलत ठहराया. भाजपा ने मंगलवार को कहा कि सभी अच्छे कार्य राजग शासनकाल में हुए हैं.
अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज कहा, बिहार के विकास के लिए हम भी श्रेय के उतने ही हकदार हैं, जितने की जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. सुशील मोदी ने कहा कि अपने पहले पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान राजग सरकार ने सुशासन और विकास को लेकर बढ़-चढ़कर कार्य किया था जिसके कारण प्रदेश की जनता ने पिछले जदयू-भाजपा गठबंधन को वर्ष 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व जनादेश दिया था.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की जनता के बीच बिहार में विकास पुरुष की छवि को भुनाने के लिए जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन ने उन्हें अगले बिहार विधानसभा चुनाव में अपने मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी के तौर पर कल पेश किया, भाजपा भी पिछले राजग शासनकाल के दौरान इस प्रदेश में हुए विकास के लिए दावा पेश करेगी. सुशील ने चुनौती दी कि नीतीश जिन्होंने राजग सरकार द्वारा किए गए बेहतर कार्य को लेकर वर्ष 2010 में मिले जनादेश का अपमान कर जून वर्ष 2013 में राजग से नाता तोड़ लिया था, एक भी ऐसी विकास योजना के बारे में बताएं जो कि उनकी सरकार ने पिछले दो वर्ष के दौरान शुरु की.
उन्होंने भाजपा के भय और उसे सत्ता में आने से रोकने के लिए जदयू-राजद-कांग्रेस के साथ आने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इसकी परिणति नीतीश कुमार के राजद प्रमुख लालू प्रसाद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथों कठपुतली बन जाने के रुप में होगी जो कि इस गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार या गठबंधन के चेहरे से अधिक शक्तिशाली हो जाएंगे.