राजद-जदयू के नेताओं की बयानबाजी पर विराम लगाते हुए लालू ने कहा कि अब तक दोनों पक्षों की तरफ से जो भी बोला गया, उसको भुला देना है. अब मेरे इजाजत के बिना टेलीविजन पर भी कोई बयान देता है, तो उसको पार्टी से निकाल दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि बिहार का चुनाव पूरा देश का चुनाव है. बीजेपी का जो चूहा बिल में घुस गया है, उसकी पूंछ पकड़ कर निकाल देंगे. राजद अध्यक्ष ने कहा कि कपरूरी ठाकुर के निधन के बाद विपक्ष का नेता भी मुङो नीतीश कुमार ने ही बनवाया था.
शंकर भगवान ने भी जहर पीया था. उन्होंने कहा कि तालमेल की घोषणा के पहले तरह-तरह की अफवाह चल रही थी कि दोनों केबीच किस तरह से काम बिगड़ जाये. बीजेपी की जीत को लेकर उन्होंने कहा कि कसूर जनता का नहीं था, कसूर हमारा था कि बीजेपी को मौका मिल गया. लोकसभा चुनाव का जैसे ही परिणाम आया, मैंने नीतीश कुमार से फोन पर बात की. नीतीश और हम नहीं फूटे रहते, तो 45 प्रतिशत वोट आता. बीजेपी अफवाह उड़ा रही है कि लालू प्रसाद ने दबाव में यह कदम उठाया है. मैं किसी के दबाव में आनेवाला व्यक्ति हूं क्या? जब बीजेपी फेल हो रही तो साक्षी महाराज से बयान दिला रही है कि मंदिर कब बनायेंगे. अब बीजेपी ठाकुर लोगों के पास जायेगी. राजनाथ सिंह को प्रधानमंत्री बनाने की अफवाह फैलायी थी. बीजेपी कभी यादव के पास जायेगी और कभी रामकृपाल तो कभी नंदकिशोर को मुख्यमंत्री बनाने का लालच देगी. उन्होंने कहा कि यादव समाज हमेशा से राजनीतिक जाति रहा है. उसके नेता कपरूरी ठाकुर और चौधरी चरण सिंह जैसे लोग रहे हैं. वह कभी बहकावे में नहीं आनेवाली है. सामाजिक न्याय की लड़ाई में सभी एक साथ हैं. बिहार का चुनाव देश का चुनाव है.