एक्ट के बावजूद नहीं रुक रही मैला ढोने की प्रथा: कृष्णनन

पटना . बिहार में आज भी लोग मैला ढोने का काम कर रहे हैं. इसके लिए 2013 में मैला प्रथा उन्मूलन पुनर्वास अधिनियम 2013 भी लागू किया गया है. राज्य सरकार के सर्वे के अनुसार बिहार में 137 लोग मैला ढोने का कार्य कर रहे हैं, जबकि इनकी संख्या हजारों में है. ये कहना है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2015 12:05 AM

पटना . बिहार में आज भी लोग मैला ढोने का काम कर रहे हैं. इसके लिए 2013 में मैला प्रथा उन्मूलन पुनर्वास अधिनियम 2013 भी लागू किया गया है. राज्य सरकार के सर्वे के अनुसार बिहार में 137 लोग मैला ढोने का कार्य कर रहे हैं, जबकि इनकी संख्या हजारों में है. ये कहना है भारत सरकार के पूर्व सचिव पीएस कृष्णनन का. वह गुरुवार को बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में पैक्स, जन साहस व राष्ट्रीय गरिमा अभियान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘ गरिमा सम्मेलन ‘ को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि एक्ट के तहत सरकार द्वारा कमेटी गठित कर उसकी मॉनीटरिंग करने का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि इस संबंध में अब तक कोई कार्य नहीं किया गया है. मौके पर जीविका की अर्चना तिवारी, एकता परिषद के प्रदीप प्रियदर्शी समेत अन्य उपस्थित थे.

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