वहीं गुरुवार को उनके आवास पर सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी जांच में पहुंचे. उन्होंने परिवहन मंत्री से इस संबंध में बात की. रमई राम ने घटना को पूरी तरह गलत बताया और कहा कि वह उनके यहां काम नहीं करता है और उसने गलत सूचना दी है.
उन्होंने सचिवालय डीएसपी को बताया कि स्ट्रैंड रोड स्थित झोंपड़पट्टी को हटाने के लिए पहले ही आवेदन दिया जा चुका है, जिसके कारण उन लोगों ने प्रतिक्रिया में इस तरह की कहानी रच दी. सचिवालय डीएसपी ने बताया कि मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है. मालूम हो कि बटोरन ने खुद को परिवहन मंत्री के आवास का सफाई कर्मी बताते हुए उनके नाती मंटू कुमार पर मारपीट करने का आरोप लगाया था. इस मामले में मारपीट व हत्या के प्रयास का मामला सचिवालय थाने में दर्ज किया गया था.