पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को गंगा नदी पर पुल बनाने का खुला ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि कच्ची दरगाह से बिदुपुर तक गंगा पर बननेवाले छह लेन पुल के निर्माण के लिए बिहार सरकार ने प्रोजेक्ट तैयार कर ली है. केंद्र सरकार खुद गंगा पर पुल बनाने की बात कर रही है. अगर केंद्र को पुल ही बनाना है, तो बिहार सरकार द्वारा तैयार इस प्रोजेक्ट पर ही वह निर्माण कार्य शुरू कर दे. अगर केंद्र सरकार फिर से प्रोजेक्ट तैयार करती है, तो इसमें तीन साल का विलंब होगा और इसका भी हश्र बोधगया एक्सप्रेस-वे (पटना-डोभी फोरलेन) वाला हो जायेगा.
दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पीता है : मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के 40वें स्थापना दिवस पर नीतीश कुमार ने कहा कि दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पीता है. कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल के निर्माण में जो पैसा खर्च होगा, वह केंद्र सरकार का होगा या फिर राज्य सरकार का. जो भी पैसा लगेगा, वह जनता से टैक्स के रूप में वसूला गया होगा. बिहार सरकार द्वारा तैयार प्रोजेक्ट पर शिलान्यास कर केंद्र सरकार काम शुरू कर दे. राज्य सरकार ने तो केंद्र से 2000 करोड़ की मदद की मांग की थी, लेकिन अब वह नहीं दे रही है और कह रही कि उन्हें पुल बनाने का अधिकार दे दिया जाये.
90} कार्यक्रमों में नहीं जाते थे भाजपा नेता : उन्होंने कहा कि बिहार भाजपा के नेता मुझ पर ही नाम लगवाने का आरोप लगा रहे हैं. असलियत यह है कि जब वे लोग साथ में थे, तो 90 फीसदी कार्यक्रम में नहीं जाते थे, लेकिन वहां उनका नाम अंकित होता था. नाम नहीं रहने पर बाद में वे बखेड़ा भी खड़ा करते थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा नजरिया लोगों के विकास से है. लोगों के आत्मसम्मान व गौरव को वे जगाना चाहते हैं. कुछ लोग तो टुकड़ों-टुकड़ों में बांट रहे हैं.
कब होगा पटना-बक्सर फोरलेन का निर्माण : नीतीश ने भाजपा के नेताओं से पूछा है कि पटना-बक्सर फोरलेन का निर्माण कब तक हो पायेगा? पटना-मोकामा-खगड़िया, पटना-हाजीपुर-छपरा, पिपराकोठी-मोतिहारी-छपरा-रक्सौल सड़क कब तक बनेगी? केंद्र सरकार इसे मोटरेबल तक बना देती, लोग इस पर चलते तो रहते.
50 देंगे नहीं, 50 हजार करोड़ देने की कर रहे बात
उन्होंने कहा कि चुनाव का समय है. केंद्र से बहुत लोग आ रहे हैं और तरह-तरह की बात कर रहे हैं. पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आये थे और 50 हजार करोड़ देने की बात कह दी. बिहार सरकार को तो 300-400 करोड़ की योजना व एनएच निर्माण के बकाया करीब 1000 करोड़ की राशि अब तक नहीं दी गयी है. केंद्र सरकार चादर तान के सोयी हुई है. 50 रुपये देंगे ही नहीं, बात वे कर रहे हैं 50 हजार करोड़ रुपये देने की. केंद्र से मंत्री आकर यहां सिर्फ भोंपू बजा रहे हैं. ज्यादा भोंपू बजाने से भी हमारा ही फायदा है. सभी भोंपू की आवाज इतनी गूंजेगी कि लोगों को कुछ समझ में नहीं आयेगा.