संवाददाता,
पटना: भाजपा द्वारा विश्व योग दिवस मनाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि योग दिखावा करने की चीज नहीं है. भाजपा वाले योग के नाम पर ड्रामा कर रहे हैं. इससे विवाद खड़ा हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि योग को विवाद का विषय बनाने की आवश्यक कोशिश हो रही है. भाजपा के लोग योग के नाम पर प्रचार कर रहे हैं और अपनी पब्लिसिटी कर रहे हैं. उन्हें अगर योग से इतना ही लगाव था तो उन्होंने मुंगेर योग स्कूल को इस अभियान में शामिल क्यों नहीं शामिल किया. यह बिहार के प्रति उपेक्षा है, जबकि योग का प्रचार-प्रचार चारों ओर हो रहा है.
मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में योजना व विकास विभाग की समीक्षात्मक बैठक के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें समाचार पत्रों से जानकारी मिली है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पटना में योग करने वाले हैं. अगर वे अपने घर में योग करेंगे और नियमित योग करेंगे तो उनका स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा. योग से उनमें आंतरिक परिवर्तन भी आयेगा. एक तरफ तो योग की बात की जा रही है और दूसरी ओर इसके विरुद्ध आचरण किया जा रहा है, जो सही नहीं है. उन्होंने कहा कि योग अपने घर में किया जाना चाहिए. इससे सोचने समझने की शक्ति बढ़ेगी. वह खुद योग करते हैं और बहुत दिनों से करते आ रहे हैं.
देश के लिए चिंता का विषय
श्रीनगर में आतंकवादी संगठन आइएसआइएम का झंडा लहराये जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 56 इंच के सीने की सरकार जो दिल्ली में बैठी उन लोगों को यह सब चीजें नहीं दिखाई दे रही है. इस तरह की जो भी गतिविधियां देश में हो रही है यह पूरे देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण और चिंता का विषय है. केंद्र में बैठे लोग तो सिर्फ बड़ी-बड़ी बात व वादे करते हैं, लेकिन अब उनको क्या हो गया? ये सब क्या हो रहा है? ऐसी घटनाएं सही नहीं है.