पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रविवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) एनडीए के साथ गंठबंधन कर लड़ेगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने बिना किसी शर्त के एनडीए के साथ मिल कर चुनाव लड़ने के निर्णय लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह सीएम पद के दावेदार नहीं है.
दिल्ली से पटना लौटने के बाद 1, अणो मार्ग में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होना चाहिए. किसी दूसरे का मुखौटा बना कर चुनाव नहीं लड़ा जाये. मांझी ने कहा कि किसी को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया जाना चाहिए. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बना कर एनडीए का रास्ता साफ कर दिया है. चुनाव में एनडीए की भारी मतों से जीत होगी. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी निर्णय लेंगे हमें वह सब हम मानेंगे.
खुद के चुनाव लड़ने के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि वह चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं, लेकिन इस पर अंतिम फैसला 16 जून को ‘हम’ की कोर कमेटी की बैठक में लिया जायेगा. उन्हें चार विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने का ऑफर है. उन्होंने कहा कि पार्टी के हित में जो भी कोर कमेटी का फैसला होगा वे मानेंगे. विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि हम 70-72 सीटों पर जीत सकते हैं. जो भी अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जाति के लिए विधानसभा की सीटें आरक्षित है उसमें ज्यादा सीटें हम को मिली चाहिए. हालांकि अब हम गंठबंधन में हैं तो सीटों को लेकर जिद नहीं होना चाहिए. 25-26 जून तक सीट शेयरिंग की तसवीर साफ हो जायेगी.