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सरगना को कोर्ट से भगाने की रची थी साजिश, धराये
पटना: राजीव नगर रोड नंबर चार में एक व्यवसायी से लाखों लुटने व गिरोह के सरगना को सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान भगाने की अपराधियों की योजना को पटना पुलिस ने नाकाम कर दिया. पुलिस टीम ने बेऊर जेल में बंद मनीष कुमार के गिरोह के आधा दर्जन सदस्यों को कृष्णापुरी थाने के राजापुर […]
पटना: राजीव नगर रोड नंबर चार में एक व्यवसायी से लाखों लुटने व गिरोह के सरगना को सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान भगाने की अपराधियों की योजना को पटना पुलिस ने नाकाम कर दिया. पुलिस टीम ने बेऊर जेल में बंद मनीष कुमार के गिरोह के आधा दर्जन सदस्यों को कृष्णापुरी थाने के राजापुर के गेट नंबर 31 व अन्य इलाकों में छापेमारी कर पकड़ लिया. इन लोगों के पास से चार देसी पिस्तौल, कारतूस, सात मोबाइल फोन, एक बाइक, दस सिगरेट व दस ब्लेड के पैकेट, एक सोने की चेन व साढ़े छह हजार नकद बरामद किये गये.
गिरफ्तार अपराधियों में गोपाल जी उर्फ टेकली (राजापुर पुल), किशन कुमार (राजापुर ), मिथुन कुमार (राजापुर ), अजय कुमार (राजा बाजार), अमरजीत कुमार (दीदारगंज) व अजय कुमार (बेगूसराय) शामिल हैं. सभी लूट व आर्म्स एक्ट के मामले में पहले ही जेल जा चुके हैं. गिरोह का सरगना मुकेश कुमार (दीदारगंज) फतुहा में कैश वैन से एक करोड़ रुपये लूटकांड का मुख्य आरोपित है और जेल में बंद है. सोमवार को मनीष कुमार की सिविल कोर्ट में पेशी थी और उसे भगाने की योजना भी इन लोगों ने बनायी थी. साथ ही सिविल कोर्ट में ही सिगरेट व ब्लेड देने की भी योजना थी,लेकिन इसके पूर्व ही सभी को पुलिस ने पकड़ लिया.
साजिश रचते पकड़ाये
एसएसपी जितेंद्र राणा को जानकारी मिली कि कुछ अपराधी राजापुर के गेट संख्या 31 के समीप हैं और लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. सूचना के बाद सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी के नेतृत्व में कृष्णापुरी थानाध्यक्ष संजय कुमार वर्मा, बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष संजीत कुमार सिन्हा व आसूचना इकाई की पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी की. पुलिस को देखते ही अंधेरे का फायदा उठाते हुए पांच अपराधी गंगा की ओर निकल गये.इन लोगों ने पूछताछ में यह स्वीकार किया कि वे लोग राजीव नगर के एक व्यवसायी को लुटने की योजना बना रहे थे. इन चारों की निशानदेही पर दो अन्य अपराधियों को फिर पकड़ा गया. अपराधियों के पास से काफी संख्या में सिगरेट के पैकेट व ब्लेड मिलने पर पुलिस हैरान थी. जब इन सामान के विषय में पूछताछ की गयी, तो यह बात निकल कर आयी कि वे गिरोह के सरगना को पेशी के दौरान सिविल कोर्ट परिसर से भगाने की व्यवस्था कर रहे थे. इसके साथ ही जेल में बंद अन्य साथियों को ब्लेड व सिगरेट के पैकेट भी भिजवाना था. ब्लेड को जेल में खून-खराबा की नीयत से भेजा जा रहा था. पुलिस को जानकारी मिली है कि गिरोह का संचालन जेल से मनीष कर रहा था और उसी ने राजीव नगर में व्यवसायी को लुटने के लिए तमाम जानकारी दी थी. गिरोह के सदस्य मनीष से हमेशा सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान ही मुलाकात करते थे और आगे की योजना के विषय में विचार-विमर्श करते थे. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि गिरोह में एक दर्जन सदस्य हैं. छह अपराधी पकड़े गये. अन्य छह के नामों की भी जानकारी मिल चुकी है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
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