साहब से कर्मचारी तक सप्ताह में दो दिन पहनेंगे खादी
– मुख्य सचिव ने खादी को बढ़ावा देने के लिए सभी विभागों के प्रधान सचिव या सचिव को लिखा पत्र- स्वास्थ्य, पर्यावरण और स्वरोजगार को बढ़ावा देने का पत्र में हवाला देते हुए बतायी गयी खादी की अहमियतसंवाददाता, पटनाबिहार सरकार गांधीजी के स्वदेशी के रास्ते पर चलने की पहल कर रही है. इसके तहत राज्य […]
– मुख्य सचिव ने खादी को बढ़ावा देने के लिए सभी विभागों के प्रधान सचिव या सचिव को लिखा पत्र- स्वास्थ्य, पर्यावरण और स्वरोजगार को बढ़ावा देने का पत्र में हवाला देते हुए बतायी गयी खादी की अहमियतसंवाददाता, पटनाबिहार सरकार गांधीजी के स्वदेशी के रास्ते पर चलने की पहल कर रही है. इसके तहत राज्य में सभी स्तर के सरकारी साहब से लेकर कर्मचारी तक अब सप्ताह में कोई भी दो दिन खादी के कपड़े पहनेंगे. इस संबंध ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने सभी विभागों के प्रधान सचिव या सचिव को पत्र लिखा है. इसमें सभी स्तर के सरकारी कर्मचारियों के अलावा सरकारी स्कूलों के शिक्षक या शिक्षिका को भी सप्ताह में कम-से-कम दो दिन खादी के वस्त्र पहनने का अनुरोध किया गया है. पत्र में खादी वस्त्रों की बिक्री को बढ़ावा देने की बात कही गयी है. साथ ही यह बताया गया है कि खादी देशहित और स्वतंत्रता आंदोलन की भावनाओं से भी जुड़ा हुआ है. इसके उत्पादन में हजारों कामगारों या कतिनों और बुनकरों को रोजगार मिलता है. यह वस्त्र पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए बेहद लाभदायक है. इन बातों के मद्देनजर खादी वस्त्रों की समुचित मार्केटिंग की जरूरत है. खादी के उपयोग में जनभागीदारी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और नये रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. इसमें अधिक से अधिक संख्या में ग्रामीण इलाकों में रोजगार मुहैया करा कर स्वरोजगार में बड़ी पहल की जा सकती है. इस वजह से खादी को बढ़ावा देने की जरूरत है. इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग सरकारी कर्मचारियों के करने से इसकी आम लोगों के बीच भी मांग ज्यादा बढ़ेगी.