जेइइ एडवांस: गुवाहाटी जोन में पटना के आयुष रंजन बने टॉपर
पटना: आइआइटी-जेइइ एडवांस में गुवाहाटी जोन में पटना के आयुष रंजन टॉपर बने हैं. आयुष को जेनरल कैटेगरी में ऑल इंडिया में 94वां रैंक हासिल हुआ है, जबकि आकाश को 101, चितवन सहारिया को 148 और शयष कपूर को 176वां स्थान मिला है. बिहार बोर्ड से बिहार बोर्ड से इंटर साइंस की परीक्षा पास करनेवाले […]
पटना: आइआइटी-जेइइ एडवांस में गुवाहाटी जोन में पटना के आयुष रंजन टॉपर बने हैं. आयुष को जेनरल कैटेगरी में ऑल इंडिया में 94वां रैंक हासिल हुआ है, जबकि आकाश को 101, चितवन सहारिया को 148 और शयष कपूर को 176वां स्थान मिला है. बिहार बोर्ड से बिहार बोर्ड से इंटर साइंस की परीक्षा पास करनेवाले करीब पांच हजार विद्यार्थी जेइइ एडवांस में शामिल हुए थे, जिनमें 473 सफलता मिली है. गुवाहाटी जोन से 1445 विद्यार्थी सफल रहे हैं.
देश की 21 आइआइटी संस्थानों में दाखिले के लिए हुई जेइइ एडवांस- 2015 परीक्षा का रिजल्ट बुधवार की रात जारी कर दिया गया. आइआइटी, मुंबई की ओर से आयोजित की गयी इस परीक्षा में देश भर से 26456 विद्यार्थियों को सफलता मिली. पटना के खेमनीचक, सुभाष नगर निवासी आयुष रंजन अपने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की है. उसने 10वीं व 12वीं दून पब्लिक स्कूल से की थी. 10वीं में उसे 10 सीजीपीए और 12वीं में 96.2 अंक आये थे.उसके पिता अजीत कुमार पीएमसीएच में एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं.
148वां रैंक हासिल करनेवाले मुजफ्फरपुर शहर के सिकंदरपुर के चितवन सहारिया ने डीपीएस, बोकारो से 12वीं की है. उसके संजय सहारिया व मां प्रीति सहारिया बेटे की इस बड़ी सफलता पर काफी खुश हैं. संजय सहारिया ने बताया कि परिवार के इतिहास की यह सबसे बड़ी सफलता है. कड़ी मेहनत व सेल्फ स्टडी के बदौलत इतनी बड़ी सफलता मिली है. चितवन ने बताया स्कूल के शिक्षकों का सही मार्गदर्शन व दादाजी बाबू लाल सहारिया के प्रेरणा ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है.
मुंबई जोन रहा आगे
मुंबई से 6838 बच्चों ने सफलता हासिल की. यहां से शीर्ष 10, 100 व 500 में क्रमश: 1, 3 व 151 बच्चों ने सफलता प्राप्त की. दूसरे स्थान पर मद्रास जोन रहा. यहां से 4928 बच्चे सफल हुए. शीर्ष 10 की सूची में यहां से पांच बच्चे शामिल हैं. तीसरे स्थान पर दिल्ली रहा. यहां से 4511 सफल हुए. चौथे स्थान पर आइआइटी कानपुर रहा. यहां से 3085 बच्चे पास हुए. पांचवें स्थान पर आइआइटी खड़गपुर जोन रहा. यहां से 3115 बच्चे सफल हुए. छठे स्थान पर आइआइटी रूड़की रहा. यहां से 253 बच्चे पास हुए. सातवें स्थान पर आइआइटी गुवाहाटी रहा. इस जोन से 1445 बच्चों से सफलता हासिल की.
देश भर में 94वां रैंक
मुङो इस बात की उम्मीद नहीं थी कि मैं जोन में प्रथम या राज्य में प्रथम आऊंगा. टॉप 100 में मेरा स्थान आयेगा इस बारे में भी नहीं सोचा था लेकिन मेरी स्टडी ऐसी थी कि मैं मेरी मेहनत सफल हो गयी. मेरा इरादा कंप्यूटर साइंस में स्टडी करने का है. पहली पसंद आइआइटी दिल्ली है.
आयुष रंजन