डॉ पी गुप्ता को जितना जानें, उतना ही कम होगा

पुण्यतिथि पर याद किये गये डॉ पी गुप्ता डॉ गुप्ता जितने अच्छे चिकित्सक थे, उतने ही अच्छे इतिहास और पुरातत्व के ज्ञाता भी पटना : एक ऐसा शख्स, जो मशहूर है. पर बहुत ही सामान्य. सब कुछ होते हुए भी न होने का बोध. जिसकी उधेड़बुन में वे आजीवन समर्पित रहें. यादों में बसे डॉ. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2015 7:14 AM
पुण्यतिथि पर याद किये गये डॉ पी गुप्ता
डॉ गुप्ता जितने अच्छे चिकित्सक थे, उतने ही अच्छे इतिहास और पुरातत्व के ज्ञाता भी
पटना : एक ऐसा शख्स, जो मशहूर है. पर बहुत ही सामान्य. सब कुछ होते हुए भी न होने का बोध. जिसकी उधेड़बुन में वे आजीवन समर्पित रहें. यादों में बसे डॉ. पी गुप्ता की शख्सियत ही कुछ ऐसी है. उन्हें जितना जानें, उतना ही कम लगता है.
उनकी यादें, 80 वर्ष बाद भी ताजगी से भर देती हैं. शुक्रवार को जब डॉ पी गुप्ता की पुण्यतिथि पर उनके साथ बिताये लोगों ने उनके बारे में कुछ बोलना चाहा. वैसे ही लोग बीते दिनों की यादों में खो गये. डॉ पी गुप्ता उनके यादों में जीवंत रूप में दिखाई दे रहे थे. किसी ने उनके पारिवारिक छवि, तो किसी ने उनके चिकित्सा क्षेत्र में बेहतरीन योगदानों की चर्चा की.
मशहूर आलोचक खगेंद्र ठाकुर ने उनके राजनीतिक गतिविधि व जेल में बिताये पलों को बताया. इतिहासकार ओपी जायसवाल ने कहा कि डॉ गुप्ता जितने अच्छे चिकित्सक थे, उतने ही अच्छे इतिहास और पुरातत्व के ज्ञाता भी. संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष आलोक धन्वा ने उनको वैज्ञानिक चिंतन वाला बौद्धिक चिकित्सक बताया. डा सत्यजीत ने उनके सामाजिक गतिविधियों को बताते हुए कहा कि वे सदैव भूमि से जुड़े रहें.
वे क्षेत्रीय भाषाओं की मिठास को बरकरार रखने तक के प्रयास करते रहें. ह्यूस्टन विवि से अर्थशास्त्र में पीएचडी कर लौटी उनकी पौत्री स्मिता गुप्ता ने बताया कि जब वे उनके कई रूपों को देखती हैं, तो वे हमेशा उनकी शिक्षा के प्रति लगाव व झुकाव को महसूस करती हैं. वे कहती हैं, कि दादाजी ने न केवल समाज के सभी वर्गो को जाना, बल्कि उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किया. ऐसे में शिक्षा एक मात्र विकल्प है, जो समाज को नयी दिशा दे सकता है.
इसे बढ़ावा देने की जरूरत है. मौके पर वरिष्ठ पत्रकार सह राज्यसभा सांसद हरिवंश, पवन वर्मा, मशहूर चिकित्सक डॉ ए हई, पूर्व आइजी उमेश कुमार सिंह, जगजीवन राम शोध अध्ययन संस्थान के निदेशक श्रीकांत, शेखर, मनोज बच्चन, शैवाल गुप्ता, चंद्रप्रकाश, डॉ एके गौर, डॉ कैप्टन दिलीप सिन्हा, डॉ आनंद शंकर समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहें. सभा की अध्यक्षता डॉ पीपी घोष ने की.

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