बाल-बाल बचा पायलट इंजन
राजधानी एक्स के पायलट इंजन के पायलट की सूझ-बूझ से टला हादसा छपरा (सारण). पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-बलिया रेलखंड पर मांझी के नजदीक रविवार की सुबह राजधानी एक्सप्रेस का पायलट इंजन दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बच गया. रेल ट्रैक पर लकड़ी का बोटा रखा हुआ था. चालक ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए […]
राजधानी एक्स के पायलट इंजन के पायलट की सूझ-बूझ से टला हादसा छपरा (सारण). पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-बलिया रेलखंड पर मांझी के नजदीक रविवार की सुबह राजधानी एक्सप्रेस का पायलट इंजन दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बच गया. रेल ट्रैक पर लकड़ी का बोटा रखा हुआ था. चालक ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए इंजन को रोक लिया तथा वॉकी-टॉकी से इसकी सूचना बकुलहा एवं गौतम स्थान स्टेशनों को दी. दोनों स्टेशन मास्टरों द्वारा घटना की जानकारी रेलवे कंट्रोल को दी गयी. बताया जाता है कि डाउन राजधानी एक्सप्रेस के पहले रेलवे प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से पायलट इंजन का परिचालन किया जाता है. रविवार की अहले सुबह राजधानी एक्सप्रेस से पहले पायलट इंजन को गौतम स्थान के लिए प्रस्थान किया गया. पायलट इंजन मांझी स्टेशन से करीब एक डेढ़ किलोमीटर पूरब कौरू -धौरू गांव के समीप पहुंचा, तो पायलट ने ट्रैक पर कटे हुए पेड़ की लकड़ी का बोटा रखा हुआ पाया. यह देखते ही चालक ने इंजन को रोक लिया और पायलट तथा सहायक पायलट ने रेल ट्रैक पर रखे गये बबूल की लकड़ी के बोटे को हटाया, जिसके बाद पुन: ट्रेन का परिचालन किया गया. पायलट इंजन के गौतम स्थान सही सलामत पहुंचने के बाद राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन हो सका. ऐसी आशंका है कि असामाजिक तत्वों द्वारा गोंदिया एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करने की नीयत से रेल ट्रैक पर पेड़ काट कर उसकी लकड़ी का बोटा रखा गया था. रेलवे प्रशासन द्वारा इस मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है.