तीन माह में मिलेगी गर्भस्थ शिशु की मानसिक जानकारी
संवाददाता,पटनाअगर बेहतर अल्ट्रासाउंड मशीन और बेहतर जांच करने वाले डॉक्टर हो,तो गर्भ में पलने वाले बच्चे की मानसिक स्थिति व शारीरिक विकास का पूरा आकलन संभव है. बच्चे जन्म के बाद मंदबुद्धि होंगे या विकलांग. इसका पता लगाने के लिए एनटी स्कैन किया जाता है. ये बातें रविवार को होटल चाणक्य में इंडियन फेडरेशन ऑफ […]
संवाददाता,पटनाअगर बेहतर अल्ट्रासाउंड मशीन और बेहतर जांच करने वाले डॉक्टर हो,तो गर्भ में पलने वाले बच्चे की मानसिक स्थिति व शारीरिक विकास का पूरा आकलन संभव है. बच्चे जन्म के बाद मंदबुद्धि होंगे या विकलांग. इसका पता लगाने के लिए एनटी स्कैन किया जाता है. ये बातें रविवार को होटल चाणक्य में इंडियन फेडरेशन ऑफ अल्ट्रासाउंड इन मेडिसिन एंड बायोलॉजी,पटना के कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए दिल्ली के रेडियोलॉजिस्ट डॉ भूपेंद्र आहूजा ने कहीं. उन्होंने कहा कि देश में इस तकनीक का लाभ लोगों को मिल रहा है और बिहार के बेहतर रेडियोलॉजी सेंटर में इसकी जांच होती है. आगरा से आये डॉ टी.एच.एस.वेदी ने कहा कि हाल के दिनों में अल्ट्रासाउंड से हड्डी व मांसपेशियों में होने वाली बीमारियों की पहचान संभव है. इसके लिए एमआरआइ की जरूरत नहीं है. मौके पर डॉ प्रवीण कुमार, डॉ जीएन सिंह, डॉ ए.एन.झा, डॉ प्रेम, डॉ राजीव रंजन, डॉ मिथिलेश प्रताप समेत कई डॉक्टर मौजूद थे.