योग से दूरी बनाना बिहार का अपमान : मोदी
पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश ने चुनाव आयोग के जरिये योग पर रोक लगवाने की कोशिश की. योग से दूरी बनाना बिहार का अपमान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से रविवार 21 जून को जहां दुनिया के दो अरब लोगों ने योग दिवस मनाकर हर भारतीय […]
पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश ने चुनाव आयोग के जरिये योग पर रोक लगवाने की कोशिश की. योग से दूरी बनाना बिहार का अपमान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से रविवार 21 जून को जहां दुनिया के दो अरब लोगों ने योग दिवस मनाकर हर भारतीय को गर्व करने का अवसर दिया, वहीं नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने योग को भोग बताकर अपनी ओछी मानसिकता जाहिर की.
जिस बिहार में योग गुरुओं की लंबी परंपरा है, उसे योग दिवस से वंचित रखने के लिए नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग किया. दूसरी तरफ राज्य के लाखों युवाओं ने विभिन्न योग कार्यक्रमों में शामिल होकर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की सोच को खारिज कर दिया. राजधानी पटना में योग दिवस पर 25 हजार से अधिक लोगों ने बिहार की दो मुसलिम बेटियों के नेतृत्व में योगाभ्यास किया. 45 साल के कांग्रेस राज और 17 साल के जनता राज में जो लोग बिहार के मुसलिम नौजवानों को न अच्छी सेहत दे पाये, न मदरसों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ कर उन्हें इज्जतदार रोजगार के काबिल बना पाये, वे अब योग को कम्युनल बताकर पूरे समुदाय को सिर्फ वोटबैंक बनाये रखना चाहते हैं.
योग शिविर ऐतिहासिक: अरुण
पटना. विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिंह ने कहा है कि प्रथम अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस पर मोइनुल हक स्टेडियम में आयोजित योग शिविर ऐतिहासिक रहा. पटना की जनता स्वत: स्फूर्त योग करने व देखने पहुंची. जो लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं उन्हें जनता का जबाव मिल गया.