योग की आड़ में राजनीति : संजय
पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि योग खुद करने की क्रिया है और शांत वातावरण में इसे किया जाता है,लेकिन भाजपा ने योग को राजनीतिक रंग दे दिया है. योग के नाम नाम पर शोर शराबा कर रही है. योग के नाम पर ढोंग करनेवाली भाजपा हर […]
पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि योग खुद करने की क्रिया है और शांत वातावरण में इसे किया जाता है,लेकिन भाजपा ने योग को राजनीतिक रंग दे दिया है. योग के नाम नाम पर शोर शराबा कर रही है. योग के नाम पर ढोंग करनेवाली भाजपा हर समय इसी तरह की राजनीति करती रही है. जिन लोगों ने भगवान राम के नाम पर राजनीति की हो, उनके इससे ज्यादा की अपेक्षा करना बेमानी होगी.
उन्होंने कहा योग ने भारत को विश्व गुरु बनाया, लेकिन जिस तरह से योग के नाम पर भाजपा ने खिलवाड़ किया है और इसको राजनीतिक रंग दिया है उससे पूरे विश्व में योग की महत्ता घटी है.
पटना के योग के कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आये, लेकिन उन्होंने क्या किया सबने देखा. अमित शाह ने इस कार्यक्रम में दीप जलाने और भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कसीदे गढ़ने के अलावा कुछ भी नहीं किया. भाजपा नेता सुशील मोदी के आका अमित शाह ने योग का एक आसन तक नहीं किया.
संजय सिंह ने कहा कि जदयू लगातार इस बात को उठा रही थी कि अमित शाह योग नहीं ढ़ोंग करने आ रहे हैं तो उनकी ढोंग मोइनुल हल स्टेडियम में दिख गयी. वहीं, दूसरी ओर योग में खुद से लोग नहीं आये थे, रैलियों की तरह बस में भर-भर कर लोगों को लाया गया था. पूरे स्टेडियम में योग करने की जगह तक नहीं थी. इस योग के समय में भाड़े पर लाये गये लोग हंगामा करते रहे और भाजपा नेताओं की जयकार करते रहे. ऐसा करना योग नहीं ढोंग होता है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी ने तो बिहार में योग के कार्यक्रम को पूरी तरह से हाइजैक कर लिया था. यह पूरी तरह से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन था.
अगर यह कार्यक्रम गैर राजनीतिक था तो फिर दूसरे दल के लोगों को क्यों नहीं बुलाया गया. सुशील मोदी यह भी बताएं कि इश योग के कार्यक्रम में सिर्फ भाजपा के नेता ही आयोजन समिति में क्यों थे? इस कार्यक्रम में अमित शाह को क्यों बुलाया गया, जबकि उन्हें योग करना ही नहीं था. इसका जवाब भाजपा नेताओं को देना होगा.
भाजपा ने योग की बजाये योग के जरिये राजनीति करने का काम किया है. नरेंद्र मोदी सरकार संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए योग को विवादित बनाने में लगी हुई है.
राजीव रंजन प्रसाद, जदयू के प्रदेश प्रवक्ता
योग के नाम पर इतना तामझाम करना राजनीतिक प्रचार और सरकारी कोष का दुरु पयोग भर है. इससे आम जनता का भला नहीं होने वाला है. निहोरा प्रसाद यादव, जदयू प्रवक्ता