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हत्या का मामला : पकड़े गये चार गुर्गो का खुलासा, विधायक के इशारे पर दिया अंजाम
पटना: बाढ़ थाने के हॉस्पिटल चौक के पास से 17 जून को चार युवकों को अगवा करने व एक पुटुस (लहेरिया पोखर, बाढ़) की हत्या करने की घटना को एक विधायक के इशारे पर अंजाम दिया गया था. यह खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस ने पटना व बाढ़ के कई इलाकों में छापेमारी कर […]
पटना: बाढ़ थाने के हॉस्पिटल चौक के पास से 17 जून को चार युवकों को अगवा करने व एक पुटुस (लहेरिया पोखर, बाढ़) की हत्या करने की घटना को एक विधायक के इशारे पर अंजाम दिया गया था. यह खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस ने पटना व बाढ़ के कई इलाकों में छापेमारी कर विधायक के चार गुर्गो ऋषि कुमार (अछुआर, बाढ़), शिवम राज ( हनुमान नगर, पटना), मनीष कुमार ( लंगनपुर मजार के पास, बाढ़) व कन्हैया सिंह ( बाटा के पीछे, बाढ़) को पकड़ लिया. बाढ़ इलाके से मनीष कुमार व कन्हैया को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि ऋषि कुमार व शिवम राज को पाटलिपुत्र के अल्पना मार्केट के पास से पकड़ा गया. ये सभी घटना को अंजाम देने के बाद फरार थे.
एक अपराधी भूषण सिंह (नदावां, बाढ़) को पुलिस ने घटना के दिन ही रात में गिरफ्तार कर लिया था. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि पूछताछ के बाद में अपराधियों ने बताया है कि विधायक के एक रिश्तेदार से छेड़खानी की घटना हुई थी. इसके बाद एक विधायक के कहने पर उन लोगों ने चारों को अगवा किया था. जिसमें से तीन युवकों को छोड़ दिया था और एक की हत्या कर दी थी. एसएसपी ने कहा कि चारों के बयान का सत्यापन किया जायेगा और मामले की जांच की जायेगी. इसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
17 जून को उठाया,18 की सुबह मिला शव : विधायक के गुर्गो ने 17 जून को चार युवक सोनू, प्रदीप, पुटुस व काजू पांडेय को दिनदहाड़े बाढ़ के हॉस्पिटल चौक से अगवा किया था. इस घटना के बाद काजू, प्रदीप व सोनू को बरामद कर लिया गया था. लेकिन, पुटुस नहीं मिला था. अगवा होने की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने हंगामा किया था और पुलिस की गाड़ी तक जला दी थी. इसके बाद पुलिस ने 18 जून को सुबह में पुटुस का शव नदावां के पूर्वी खंदा से बरामद किया था. उसकी बेरहमी से हत्या की गयी थी. मामले में प्रताप, भूषण सिंह समेत पांच अपराधी अभियुक्त बनाये गये थे. जिसमें से भूषण सिंह को पकड़ लिया गया था. हालांकि इस मामले का मास्टरमाइंड प्रताप अब भी फरार है. भूषण व प्रताप का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. प्रताप का नाम सैदपुर छात्रवास में सौरव को गोली मारने के मामले में आया था. इसके अलावे कई आपराधिक मामलों में वह वांछित है.
प्रताप व भूषण ने दिया था घटना को अंजाम
पूछताछ के बाद इन अपराधियों से पुलिस को जानकारी मिली कि एक विधायक का आदेश मिलने के बाद प्रताप सिंह व भूषण सिंह के साथ वे लोग बाढ़ के हॉस्पिटल चौक पहुंचे और चारों को अगवा कर लिया. लदमा गांव ले जाने के क्रम में रेलवे गुमटी के पास गाड़ी को रोकी गयी. इसी बीच काजू पांडेय किसी तरह से गाड़ी से कूद कर फरार हो गया. इसके बाद प्रदीप कुमार व सोनू की पिटाई करने के बाद गाड़ी से उतार दिया गया. लेकिन, पुटुस को अपने साथ ले गये और फिर हत्या कर शव को फेंक दिया गया.
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