छात्र करेंगे डॉक्टर-शिक्षकों की ग्रेडिंग

पटना: पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा ने डॉक्टरों व शिक्षकों की ग्रेडिंग करने का जिम्मा छात्र व पीजी डॉक्टरों को सौंपा है. नये नियम के तहत छात्रों को हर सप्ताह ऐसे चिकित्सकों की सूची देनी होगी, जो क्लास में टाइमली नहीं आते हैं. इसके अलावा इवनिंग राउंड में किस विभाग में कौन-से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2015 6:37 AM
पटना: पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा ने डॉक्टरों व शिक्षकों की ग्रेडिंग करने का जिम्मा छात्र व पीजी डॉक्टरों को सौंपा है. नये नियम के तहत छात्रों को हर सप्ताह ऐसे चिकित्सकों की सूची देनी होगी, जो क्लास में टाइमली नहीं आते हैं. इसके अलावा इवनिंग राउंड में किस विभाग में कौन-से डॉक्टर रोस्टर के मुताबिक राउंड नहीं ले रहे हैं, प्राचार्य इसकी पूरी जानकारी पीजी से लेंगे. जिस डॉक्टर व शिक्षक का काम बेहतर होगा, उनको सम्मानित किया जायेगा. वैसे डॉक्टर जो राउंड नहीं लेते हैं, उनकी फाइल बना कर विभाग को भेजा जायेगा.
एक माह बाद होगी समीक्षा : ग्रेडिंग की समीक्षा एक माह बाद की जायेगी उसके आधार पर बेहतर व काम नहीं करनेवालों की फाइल तैयार होगी, जिसे विभाग को भेजा जायेगा.
नये नियम से होगा फायदा
नये नियम से मरीज व छात्र दोनों को फायदा मिल पायेगा. मरीजों को समय पर डॉक्टर इलाज करने आयेंगे और परिजन भी आराम से इलाज करायेंगे. दूसरी ओर छात्रों के लिए कॉलेज में सभी सुविधाएं बहाल की जा रही हैं. शिक्षक अगर दिन भर समय देंगे, तो छात्रों का सिलेबस भी समय से खत्म होगा और पढ़ाई के दौरान कुछ समझने में परेशानी होगी, तो उनको शिक्षक परिसर में ही मौजूद मिलेंगे.
समय-समय पर शिकायत मिलती है कि डॉक्टर राउंड नहीं लेते हैं और क्लास में शिक्षक भी समय से नहीं रहते हैं. इसके अलावा कॉलेज में शिक्षक समय से अगर आते भी हैं, तो वह परिसर में कम-से-कम समय देते हैं, इसलिए छात्रों व पीजी को ग्रेडिंग करने का जिम्मा सौंपा गया है.
डॉ एसएन सिन्हा, पीएमसी, प्राचार्य

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