बाढ़ से चार युवकों के अपहरण और पुटुस की हत्या के मामले में अनंत सिंह का नाम आने के बाद सरकार ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. मोदी ने आरोप लगाया कि अपनी दबंगई और आपराधिक कार्यो को लेकर चर्चा में रहनेवाले अनंत सिंह अब तक नीतीश कुमार की सभाओं और रैलियों में भीड़ जुटाने का काम करते रहे हैं. वह पटना में दर्जनों स्थानों पर जमीन कब्जा कर मॉल, होटल और अपार्टमेंट का निर्माण कोर्ट के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए कर चुके हैं.
वह बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तक की हत्या करने की धमकी दे चुके हैं. अनंत सिंह के संरक्षण में पटना से लेकर बाढ़ तक जिस तरह से अपराधियों ने सरेआम अपहरण और हत्या की घटना को अंजाम दिया है, उससे बिहार में एक बार फिर पुराने दिनों की यादें ताजा हो गयी हैं. इस घटना से केवल कानून का राज ही तार-तार नहीं हुआ है बल्कि पुलिस को अपराधियों को ठंडा करने का निर्देश देनेवाले मुख्यमंत्री भी मजाक बन कर रह गये है. नीतीश कुमार बताएं कि क्या जिस तरह से विधायक का नाम लेने मात्र से एसएसपी का स्थानांतरण किया गया है, उसके बाद कोई पुलिस अधिकारी किसी अपराधी के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस जुटा पायेगा?