पटना : जदयू के वरिष्ठ नेता एवं सांसद रंजन यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव व जदयू के गठबंधन से नाराज चल रहे रंजन यादव ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंप दिया है. रंजन यादव ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा नीतीश कुमार को दो दिन पहले ही भेज दिया है.
टीवी न्यूज चैनल के साथ खास बातचीत में रंजन यादव ने राजद-जदयू गठबंधन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लालू का जनाधार खत्म हो गया है और उनको समर्थन देकर नीतीश ने जनादेश को धोखा दिया है. उन्होंने राजद प्रमुख पर हमला करते हुए कहा कि लालू अगर यादवों के नेता हैंतो उनका परिवार क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि यादवों के स्थापित नेता का दावा करने वाले लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी लोकसभा चुनाव क्यों हार गयीं. रंजन यादव ने कहा कि लालू यादव का साथ देकर नीतीश कुमार ने सूबे की जनता के विश्वास के साथ धोखा दिया है.
उन्होंने कहा कि लालू यादव के पंद्रह वर्षो के जंगलराज के शासन को बर्दाश्त करने के बाद उससे मुक्ति के लिए सूबे की जनता ने नीतीश को सत्ता सौंपी थी. नीतीश कुमार को जनता ने अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री बनाया था. आज वही नीतीश कुमार लालू के साथ खड़े हो गए हैं. इसे कहीं से उचित नहीं ठहराया जा सकता है. बहरहाल,एक जमाने मेंलालू व नीतीश के चाणक्य कहे जाने वाले व बिहार की सियासत में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रहे रंजन यादव के इस्तीफे का जदयू पर कितना प्रभाव पड़ेगा यह तो वक्त ही बतायेगा.