पांच जिलों में होगा लघु सिंचाई विभाग का अपना भवन

पटना: पांच जिलों में अनुमंडल या जिला समाहरणालय के संकीर्ण कार्यालयों से लघु जल संसाधन विभाग को छुटकारा मिल जायेगा. मुजफ्फरपुर, भागलपुर, कैमूर, औरंगाबाद और बेतिया में मार्च-अप्रैल, 2016 तक लघु जल संसाधन विभाग अपने भवन में शिफ्ट कर जायेगा. पांचों जिलों में लघु जल संसाधन विभाग के कार्यालय निर्माण पर 7. 69 करोड़ रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2015 6:44 AM

पटना: पांच जिलों में अनुमंडल या जिला समाहरणालय के संकीर्ण कार्यालयों से लघु जल संसाधन विभाग को छुटकारा मिल जायेगा. मुजफ्फरपुर, भागलपुर, कैमूर, औरंगाबाद और बेतिया में मार्च-अप्रैल, 2016 तक लघु जल संसाधन विभाग अपने भवन में शिफ्ट कर जायेगा. पांचों जिलों में लघु जल संसाधन विभाग के कार्यालय निर्माण पर 7. 69 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

पांचों जिलों में बन रहे लघु जल संसाधन विभाग के कार्यालयों में सभागार, गोदाम, इंजीनियरिंग कक्ष, सहायक कक्ष और ग्राउंड वाटल लेवल मशीनें भी लगेंगी. पांचों जिलों में लघु जल संसाधन विभाग का अपना तीन तल्ला भवन होगा. लघु जल संसाधन विभाग के पांचों भवनों में लिफ्ट और वाहन पार्किग की सुविधा भी होगी. पांचों जिलों में जिला व अनुमंडल कार्यालयों में चल रहे लघु जल संसाधन विभाग को सबसे अधिक दिक्कत गोदाम को ले कर हो रही है.
बाढ़-सुखाड़ पीरियड में हैंड पंप, पाइप, बिजली मीटर, इंजीनियरिंग इक्यूपमेंट और मोटर आदि खप्पड़पोश बने गोदामों में रखे जा रहे हैं. पांचों जिलों के गोदामों में बारिश की बूंदें टपकने के कारण प्राय: हर वर्ष विभाग को सामाग्रियों की रिपेयरिंग आदि पर विभाग को अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है. अपना भवन होने के बाद जल संसाधन विभाग को इस समस्या से निजात मिल जायेगा.
जिन पांच जिलों में लघु जल संसाधन विभाग के भवन बन रहें हैं, वे प्राय: हर वर्ष बाढ़ या सुखाड़ की पीड़ा ङोलने को अभिशप्त हैं. लघु जल संसाधन विभाग को बाढ़-सुखाड़ के पीरियड में सिंचाई व अन्य योजनाओं का कार्यान्वयन युद्ध स्तर पर कराना पड़ता है. अपना कार्यालय भवन व गोदाम न होने के कारण विभाग को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 2016 से विभाग को यह परेशानी नहीं ङोलनी पड़ेगी.

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