नशामुक्त समाज युवाओं की जिम्मेदारी,सं

– अंतरराष्ट्रीय नशा निरोध दिवस पर कार्यशाला में वक्ताओं ने रखे विचारसंवाददाता,पटनायूथ मोबिलाइजेशन फॉर नेशनल एडवांसमेंट (वाइएमएनए) ने चैंबर ऑफ कॉमर्स परिसर में अंतरराष्ट्रीय नशा निरोध दिवस पर कार्यशाला की. कार्यशाला का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा एवं आइजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने संयुक्त रूप से किया. जगन्नाथ मिश्र ने कहा कि नशा समाज को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2015 11:06 PM

– अंतरराष्ट्रीय नशा निरोध दिवस पर कार्यशाला में वक्ताओं ने रखे विचारसंवाददाता,पटनायूथ मोबिलाइजेशन फॉर नेशनल एडवांसमेंट (वाइएमएनए) ने चैंबर ऑफ कॉमर्स परिसर में अंतरराष्ट्रीय नशा निरोध दिवस पर कार्यशाला की. कार्यशाला का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा एवं आइजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने संयुक्त रूप से किया. जगन्नाथ मिश्र ने कहा कि नशा समाज को पतन की ओर ले जाता है. नशे की समस्या से ग्रसित लोगों के लिए मनोवैज्ञानिक एवं शारीरिक सलाह की व्यवस्था होनी चाहिए. आइजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि विभागों को एकजुट होकर इस समस्या पर काम करना चाहिए. पटना क ॉलेज के प्रिंसिपल एन.के चौधरी ने दिशा संस्था के नशामुक्ति पुनर्वास केंद्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि नशामुक्त करने के लिए समाज को एकजुट होना पड़ेगा और युवावर्ग को आगे आना होगा. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पटना के अधीक्षक विकास कुमार ने नशा की मांग और पूर्ति दोनों को खत्म करने की बात कही. वाइ.एम.सी.ए के प्रधान सचिव क्रिस्टोफर बाकमन ने कहा कि नशीली दवाओं के सेवन से हम शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार होते हैं. उन्होंने कहा कि हर घर तभी नशामुक्त हो सकता है,जब हर आदमी अपने घर से नशामुक्ति का कार्य शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि हमें नशामुक्ति का अभियान स्कूल स्तर से ही शुरू करना चाहिए. नशा को युवावर्ग अपना स्टेटस सिंबल समझता है. इसलिए सबसे पहले युवाओं में जागरूकता की जरूरत है. कुमार दीपक ने ड्रग्स सेवन की खामियों से अवगत कराया. कार्यशाला में एन.ओ.यू के कुलपति रासबिहारी सिंह, मनोचिकित्सक राकेश कुमार, अंजु वर्मा (दिशा) ने भी हिस्सा लिया.

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