दोषपूर्ण शिक्षा नीति से आरटीइ को समाप्त करने की साजिश : प्रो कंठ

— टीइटी और एसटीइटी अभ्यर्थियों का राज्य सम्मेलनसंवाददाता,पटनामांगों को लेकर प्रदेश से टीइटी और एसटीइटी अभ्यर्थियों ने मिल कर एक राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया. नृत्य कला मंदिर में आयोजित सम्मेलन में 38 जिलों के 800 प्रतिनिधि शामिल हुए. सोमवार को संगठन की ओर से ओपेन सत्र के आयोजन के साथ कमेटी की घोषणा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2015 10:05 PM

— टीइटी और एसटीइटी अभ्यर्थियों का राज्य सम्मेलनसंवाददाता,पटनामांगों को लेकर प्रदेश से टीइटी और एसटीइटी अभ्यर्थियों ने मिल कर एक राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया. नृत्य कला मंदिर में आयोजित सम्मेलन में 38 जिलों के 800 प्रतिनिधि शामिल हुए. सोमवार को संगठन की ओर से ओपेन सत्र के आयोजन के साथ कमेटी की घोषणा की जायेगी. मुख्य अतिथि पो. विनय कंठ ने बताया कि सरकार की दोषपूर्ण शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा के अधिकार को ही समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. प्रो. कंठ ने तमाम टीइटी और एसटीइटी की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से संगठन बना कर अपने अधिकार की मांग अभ्यर्थी कर रहे हैं,वह काबिले तारीफ है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक ने कहा कि टीइटी और एसटीइटी उत्तीर्ण शिक्षकों की बहाली ने एक उम्मीद जगायी थी,लेकिन यह सरकार इसे सही से नहीं चला पायी. अभी तक शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान एवं अन्य सेवा शर्तों को नहीं दिया गया है. मौके पर अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेंद्र झा ने कहा कि सरकारी विद्यालयों की स्थिति बहुत ही खराब है. बच्चों को शिक्षा से और शिक्षकों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू सिंह ने कहा कि टीइटी और एसटीइटी अभ्यर्थी को पे स्केल के साथ ग्रेड भी दिया जाना चाहिए. सम्मेलन का संचालन संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल विकास ने किया. मौके पर आइसी के सह सचिव मो. मोख्तार, संघ के कुंदन कुमार नवीन, प्रियरंजन सिंह, चितरंजन सिंह, साकेत कुमार के साथ तमाम जिलों से जिलाध्यक्ष मौजूद थे.

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