बिहारशरीफ : नालंदा थाना क्षेत्र के नीरपुर गांव स्थित डीपीएस पिब्लक स्कूल में पढ़ने वाले जिन दो बच्चों की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने कल विद्यालय के डायरेक्टर को पीट-पीटकर मार डाला था, सोमवार को आए उन बच्चों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस मामले में ट्विस्ट आ गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक दोनों बच्चों की मौत पानी में डूबने से हुई है और उनके शरीर पर किसी भी बाहरी चोट के निशान नहीं मिले है. उधर, स्कूल के डायरेक्टर का शव हिलसा पहुंचते ही उनकी हत्या के विरोध में लोग सड़क पर उतर गए और रास्ता जाम कर प्रदर्शन करना शुरु कर दिया. आक्र ोशित लोग पूरे मामले की जांच की मांग कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई की मांग कर रहे हैं.
पुलिस के अनुसार, डायरेक्टर का शव हिलसा पहुंचते ही लोग आक्र ोशित हो गए और क्षेत्र के सभी मार्गों को जाम कर दिया. लोगों ने सड़क पर आगजनी कर आवागमन को बाधित कर दिया. गुस्साए लोगों ने रेलवे लाइन को भी जाम कर दिया है. आक्र ोशित लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. गौर हो कि इन दोनों बच्चों की मौत की खबर मिलते ही कल स्कूल के आसपास के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंचे और जमकर तोड़फोड़ की. नाराज ग्रामीणों ने विद्यालय के दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया और विद्यालय में भी आग लगा दी. इसके साथ स्कूल के डायरेक्टर को बुरी तरह से पीट-पीटकर हत्या भी कर दी. डायरेक्टर का शव आज हिलसा पहुंचने के साथ ही ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए रेल परिचालन को ठप कर दिया. हिलसा-फतुहा रेल मार्ग पर ट्रेन परिचालन को बाधित कर दिया गया.
वहीं, नालंदा के पुलिस अधीक्षक सिद्घार्थ कुमार जैन ने आज बताया कि इस मामले में न्यूज चैनलों के फुटेज के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. राज्य के पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने पूरे मामले की जांच पुलिस उप महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी से कराने की बात कही है. घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव व्याप्त है.
क्या है पूरा मामला:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार की रात से स्कूल के चार छात्न लापता थे. इनमें दो लौट आये, लेकिन दो नहीं लौटे. इनके शव रविवार की सुबह स्कूल के पास एक खाई से मिले. मृत छात्नों में पचावारा गांव निवासी निवासी मनोहर प्रसाद का 10 वर्षीय पुत्न रवि कुमार एवं राजगीर के भुई गांव का 12 वर्षीय सागर कुमार है. रवि कुमार व सागर कुमार दोनों डीपीएस पिब्लक स्कूल के छात्न था. छात्न ग्रामीण दोनों बच्चों की हत्या कर देने का आरोप विद्यालय प्रबंधन पर लगा रहे थे. उनका कहना था कि जब बच्चों के शव खाई से निकाले गये थे, तो दोनों के मुंह व कान से खून का रिसाव हो रहा था. पुलिस के पहुंचते ही पुलिस वाहन में सवार होकर प्राचार्य प्रमीला कुमारी थाने में जा शरण ले ली. हादसे की खबर सुन कर हिलसा से नीरपुर पहुंचे. विद्यालय के डायरेक्टर देवनंदन प्रसाद सिंह उर्फ देवेंद्र प्रसाद सिंह को ग्रामीणों ने पकड़ कर जम कर लाठी-डंडे से पिटाई कर दी. गंभीर हालत में पीएमसीएच ले जाने के दौरान डायरेक्टर की रास्ते में मौत होगी.
सुबह स्कूल से आया फोन
मृत रवि कुमार के पिता मनोहर प्रसाद ने बताया कि सुबह व खेत धान का बिचड़ा डालने की तैयारी कर रहे थे. उसी समय करीब सात बजे विद्यालय से फोन आया कि आप जल्दी विद्यालय चले आइए. जब मैं विद्यालय पहुंचा, तो बेटे का शव देखते ही ऐसा लगा जैसे कलेजा फट गया हो. ग्रामीणों के आक्रोश देख पुलिस काफी देर तक मूकदर्शक बनी रही. वरीय अधिकारियों के पहुंचने के बाद पुलिस ने बच्चों के शवों को उठा पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.