इस्ट-वेस्ट कोरिडोर के तहत यूपी-बिहार को जोड़नेवाली एनएच-28 फोर लेन सड़क का काम जुलाई में शुरू होगा. उत्तर बिहार होकर यूपी जानेवाली यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है. यह सड़क यूपी के लखनऊ से बिहार के बरौनी तक 260 किलोमीटर है. बरौनी, ताजपुर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज होते हुए लखनऊ जाती है. पूरे सड़क में अधिकांश फोर लेन […]
इस्ट-वेस्ट कोरिडोर के तहत यूपी-बिहार को जोड़नेवाली एनएच-28 फोर लेन सड़क का काम जुलाई में शुरू होगा. उत्तर बिहार होकर यूपी जानेवाली यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है. यह सड़क यूपी के लखनऊ से बिहार के बरौनी तक 260 किलोमीटर है. बरौनी, ताजपुर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज होते हुए लखनऊ जाती है.
पूरे सड़क में अधिकांश फोर लेन का काम पूरा हो चुका है. सड़क में अधिकांश जगह पर फोर लेन निर्माण कार्य चल रहा है. गोपालगंज में बथनाकुटी- देवापुर की सीमा के बीच लगभग 41 किलोमीटर फोर लेन सड़क का निर्माण बाकी है. इस सड़क का काम लंबित था. फोर लेन सड़क के निर्माण के लिए पीसीएल कंपनी को दिया गया था. सड़क निर्माण में देरी होने से कंपनी को टर्मिनेट कर दिया गया था. अब फोर लेन सड़क के निर्माण के लिए निकाले गये टेंडर में एजेंसी का चयन होने से सड़क निर्माण का रास्ता साफ हो गया है.
एजेंसी का हुआ चयन : फोर लेन सड़क निर्माण के लिए टेंडर में पुंजलायड एजेंसी का चयन हुआ है. सड़क निर्माण के लिए एग्रीमेंट साइन होने पर एजेंसी को दो साल में फोर लेन सड़क निर्माण काम पूरा करना है. फोर लेन निर्माण पर लगभग 590 करोड़ खर्च अनुमानित है. एनएचएआइ के क्षेत्रीय कार्यालय के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि एनएच-28 में गोपालगंज में बथनाकुटी से देवापुर सीमा के बीच फोर लेन सड़क निर्माण के लिए एजेंसी का चयन होने के बाद एग्रीमेंट हो चुका है. फोर लेन निर्माण के लिए कंपनी द्वारा तैयारी पूरी कर ली गयी है. जुलाई के मध्य में काम शुरू होगा.