फुलवारी में बोरवेल में गिरी मासूम बच्ची, मौत

रविवार को शहर में एक मासूम की जिंदगी खुले बोरवेल की भेंट चढ़ गयी. फुलवारीशरीफ के मित्र मंडल कॉलोनी में पांच साल की बबीता सुबह 8:45 बजे अचानक 180 फुट गहरे व सवा फुट चौड़े बोरवेल में गिर गयी. एक जेसीबी मशीन के सहारे बोरवेल के समानांतर गड्ढ़ा खोद कर बच्ची को निकालने का प्रयास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 8:12 AM

रविवार को शहर में एक मासूम की जिंदगी खुले बोरवेल की भेंट चढ़ गयी. फुलवारीशरीफ के मित्र मंडल कॉलोनी में पांच साल की बबीता सुबह 8:45 बजे अचानक 180 फुट गहरे व सवा फुट चौड़े बोरवेल में गिर गयी. एक जेसीबी मशीन के सहारे बोरवेल के समानांतर गड्ढ़ा खोद कर बच्ची को निकालने का प्रयास करीब पांच घंटे चला, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. प्रशासन ने जमीन मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है. थानेदार दीवान एकराम ने बताया कि बच्ची की मौत के लिए जो भी जिम्मेवार होगा , उसके खिलाफ हत्या का मामला चलेगा.

घर की बगल में था बोरवेल
पांच वर्षीया बबीता घर के सामने चहारदीवारी में अपने दोनों भाइयों अंकज (11 वर्ष) और पंकज (03 वर्ष) के साथ खेल रही थी. इसी दौरान उसका पैर फिसल और वह खुले बोरवेल में गिर गयी. बच्ची के गिरते ही उसका बड़ा भाई अंकज रोते हुए मां मीना देवी के पास पहुंचा और इसकी जानकारी दी. इतना सुनते ही बबीता की मां चीत्कार करते हुए दौड़ कर बाहर आयी और बोरवेल के पास से बालू-मिट्टी हटाने लगी. मीना देवी की आवाज सुन कर आसपास के लोग वहां जमा हो गये.
थाने को तुरंत सूचना दी गयी. पुलिस के पहुंचते ही नगर पर्षद की जेसीबी मंगवायी गयी और बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदा जाने लगा. इस बीच डीएम अभय कुमार सिंह, एसएसपी विकास वैभव, एसडीओ सदर अमित कुमार, डीएसपी इम्तियाज अहमद, थानेदार दीवान एकराम, बीडीओ शमशीर मल्लिक एवं जिला प्रशासन की टीम पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाली. लगभग चार घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बच्ची निकला जा सका.
इस बीच एसडीआरएफ की टीम पहुंची. एसडीआरएफ के अशोक कुमार झा गड्ढे में उतरे और करीब 45 मिनट के बाद बबीता को बोरवेल से बाहर निकाला. इसके बाद बच्ची को पीएमसीएच भेजा गया, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. थानेदार दीवान एकराम ने बताया कि पुलिस इस मामले की तहकीकात करेगी की बोरवेल को खुला किसने छोड़ा था और इस मामले में कौन कितना दोषी है.

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