नीतीश की छाती तोड़ने संबंधी बयान पर लालू का पलटवार, कहा- होश में रहकर बयान दें एनडीए के नेता

पटना: रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं जहानाबाद के सांसद अरु ण कुमार द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छाती तोड़ने संबंधी बयान पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एनडीए के नेताओं को होश में रहकर बयान देने की सलाह दी. लालू प्रसाद ने दिल्ली जाने से पहले पटना में पत्रकारों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 4:27 PM

पटना: रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं जहानाबाद के सांसद अरु ण कुमार द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छाती तोड़ने संबंधी बयान पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एनडीए के नेताओं को होश में रहकर बयान देने की सलाह दी. लालू प्रसाद ने दिल्ली जाने से पहले पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोई नेता मुख्यमंत्री को छाती तोड़ने की धमकी दे रहा है. हम 1990 जैसे हालात नहीं होने देंगे. इससे पहले नीतीश कुमार ने भी अरुण के बयान पर पलटवार करते हुए प्रतिक्रिया दी थी.

मैं उपलब्ध हूं, जो करना है, कर लें: नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रालोसपा नेता डॉ अरु ण कुमार के अमर्यादित बयान पर रविवार को पलटवार करते हुए कहा कि मैं तो उपलब्ध हूं, उन्हें जो करना है, कर लें. उन्होंने जिस भाषा का प्रयोग किया, वह उनको मुबारक हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि रालोसपा सांसद अरु ण कुमार ने भाजपा के कार्यालय से अमर्यादित बयान दिया था. एनडीए गंठबंधन के तीनों पार्टी के अध्यक्षों की मौजूदगी में कहा था, इसलिए यह एनडीए का ऑफिसियल स्टेटमेंट था. अब इससे पीछे हटने से कुछ नहीं होगा. इस तरह के अलोकतांत्रिक भाषा के प्रयोग से लगता है कि भाजपा जनाधार खो चुकी है. इससे परेशान होकर वे शारीरिक प्रहार की बात कर रहे हैं. समय आने पर जनता लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी. प्रदेश व देश की जनता सब देख रही है.

अरुण कुमार के बोल

रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष अरु ण कुमार ने शनिवार को भाजपा कार्यालय में कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चेहरा बदलकर अनंत सिंह जैसे दर्जनों लोगों का शोषण अपने लाभ के लिए करते रहे हैं. काम निकल जाने के बाद ऐसे लोगों की उन्हें जरूरत नहीं रह जाती लेकिन उन्हें समझ लेना चाहिए कि यह कौम चूड़ी पहनकर नहीं बैठी है. यह नीतीश कुमार की छाती भी तोड़ सकती है. अरु ण ने कहा कि वह न अनंत सिंह के समर्थन में हैं और न ही विरोध में लेकिन जिस तरह से खास जाति विशेष पर हमला किया जा रहा है वह हमें स्वीकार्य नहीं है.

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