आहट : जदयू सरकार की प्राथमिकता सूची में कृषि है ही नहीं : नंदकिशोर
संवादाता,पटनाविधानसभा में विरोधी दल के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि जदयू सुप्रीमो हवाई दावे बंद करके जनता के सामने सच्चाई रखें. विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर उन्हें राज्य में कृषि आधारित उद्योगों में अपार संभावना दिख रही है. उद्योगों को बढ़ावा के लिए बिजली उपलब्ध कराने की बात कर रहे हैं, पर पिछले […]
संवादाता,पटनाविधानसभा में विरोधी दल के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि जदयू सुप्रीमो हवाई दावे बंद करके जनता के सामने सच्चाई रखें. विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर उन्हें राज्य में कृषि आधारित उद्योगों में अपार संभावना दिख रही है. उद्योगों को बढ़ावा के लिए बिजली उपलब्ध कराने की बात कर रहे हैं, पर पिछले दो सालों में उन्हें इसकी याद क्यों नहीं आयी. क्यों बिहार में निवेश करने से निवेशक कतरा रहे हैं. यादव ने कहा कि उद्योग तो तब बढ़ेगा, जब कृषि उत्पादन की स्थिति सुधरेगी. दो सालों में विकास दर तेजी से गिरी है. असल में जदयू सरकार की प्राथमिकता सूची में कृषि है ही नहीं. केंद्र से निर्धारित मात्रा में यूरिया भेजी गयी, लेकिन राज्य सरकार की अनदेखी के कारण किसानों तक पहुंचने के बदले कालाबाजार में चला गया. धान खरीद हुई, तो उसमें 3000 करोड़ का घोटाला हो गया. पूरा जून निकल गया, लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की कितनी खरीद हुई, इसका कोई ब्योरा सरकार ने नहीं दिया. यादव ने कहा कि जदयू सुप्रीमो जले पर नमक छिड़कते हुए कृषि आधारित उद्योगों की बात कर रहे हैं. उद्योगों को बिजली मुहैया कराने की उनकी बात भी हास्यास्पद है.