11 जिलों के 5.35 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित
गंगा के जल स्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए शुक्रवार को आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गंगा नदी किनारे अवस्थित जिलों के अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन और सिविल सर्जन के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने की वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा संवाददाता, पटना गंगा के जल स्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए शुक्रवार को आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गंगा नदी किनारे अवस्थित जिलों के अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन और सिविल सर्जन के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. समीक्षा में पाया गया कि गंगा किनारे अवस्थित अधिकांश जिलों के निचले इलाकों में गंगा नदी के पानी के फैल जाने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. प्रत्यय अमृत ने बताया है कि अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार 11 जिलों की 259 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत लगभग 5.35 लाख जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा आवश्यकता अनुरूप चार राहत शिविर एवं 66 सामुदायिक रसोई केंद्र चल रहे हैं. बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच अब तक 34849 पॉलिथीन शीट एवं 4250 ड्राई राशन पैकेट बांटा गया है. लोगों के आवागमन के लिए 971 नावों का परिचालन हो रहा है. वहीं, स्वास्थ्य देखभाल के लिए दवाओं के साथ चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति की गयी है. साथ सात एंबुलेंस बोट को रखा गया है. बाढ़ग्रस्त इलाकों में बक्सर के 1780, भोजपुर 70234, सारण 76019, वैशाली 94600, पटना 93000, समस्तीपुर 7600, बेगूसराय 45000, लखीसराय 45000, मुंगेर 81363, खगड़िया 19770, भागलपुर 1192 लोग प्रभावित है. वहीं, अबतक पांच लोगों ने बाढ़ में जान गंवायी है.
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