बिहार में शुरू हुआ मिशन 5 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य, वन विभाग हर जिले में उपलब्ध करायेगा पौधा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर शनिवार को एक, अणे मार्ग स्थित आवासीय परिसर में महोगनी का पौधा लगाकर मिशन पांच करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य की शुरुआत की. जल- जीवन- हरियाली अभियान अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में पांच करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2021 8:30 AM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर शनिवार को एक, अणे मार्ग स्थित आवासीय परिसर में महोगनी का पौधा लगाकर मिशन पांच करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य की शुरुआत की. जल- जीवन- हरियाली अभियान अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में पांच करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है.

इसके साथ ही विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी वन प्रमंडलों में पौधारोपण की औपचारिक शुरुआत भी की गयी. मनरेगा द्वारा भी प्रत्येक जिले में पौधारोपण का कार्य प्रारंभ किया गया. इस अभियान के अंतर्गत गांवों में जीविका दीदियों द्वारा उनकी भूमि पर पौधारोपण कार्य की भी शुरुआत की गयी. विभिन्न एनजीओ और विभिन्न पारा मिलिटरी बलों द्वारा भी विभिन्न स्थलों पर पौधारोपण कार्य प्रारंभ किया गया.

मिशन पांच करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वन विभाग की पौधशालाओं में 5.50 करोड़ से अधिक पौधे तैयार कराये गये हैं. वन विभाग द्वारा 1.24 करोड़ पौधे विभिन्न विभागीय योजनाओं के अंतर्गत लगाये जायेंगे. ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत मनरेगा द्वारा दो करोड़ और बिहार जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति, बिहार के तहत जीविका दीदियों द्वारा 1.5 करोड़ पौधारोपण किया जाना है.

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वन विभाग द्वारा विभागीय पौधारोपण के अतिरिक्त विभिन्न माध्यमों से आम जनता को विभागीय पौधशालाओं और मोबाइल वैन से प्रत्येक जिले में 15 लाख पौधों को बेचा जायेगा. विभिन्न केंद्रीय पारा मिलिटरी बल, संस्थानों, गैरसरकारी संस्थानों, बोर्ड और क्लबों सहित अन्य संगठनों के सहयोग से 20 लाख से अधिक पौधारोपण किया जायेगा. इसके लिए वन विभाग द्वारा संबंधित संस्थाओं को निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे.

कृषकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कृषि वानिकी योजना अंतर्गत विभागीय पौधशालाओं से कृषकों को 50 लाख पौधे उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. योजना अंतर्गत किसानों को तीन साल बाद 60 रुपये प्रति पौधे दिये जायेंगे. पौधों को लगाने वाले लोग ही उसकी सुरक्षा और उसका रखरखाव करेंगे.

राज्य में हरित आवरण बढ़ाने के लिए वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की स्थापना की गयी थी.झारखंड अलग होने के बाद राज्य में हरित आवरण काफी कम हो गया था, जो प्रयासों से अब बढ़कर 15 % हो गया है. पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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