व्यापमं घोटाला : परीक्षा दे निकल गया छात्र हाथ मलती रह गयी पुलिस

व्यापमं घोटाले में आरोपित को पकड़ने गयी थी मध्यप्रदेश की एसटीएफ टीम पटना : मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले में फर्जी करनेवाले छात्र त्रिभुवन प्रसाद को गिरफ्तार करने गुरुवार को एसटीएफ की टीम पीएमसीएच पहुंची, लेकिन उसके पहुंचने के पहले ही छात्र परीक्षा देकर निकल चुका था. इस कारण से छात्र को गिरफ्तार नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2015 6:27 AM
व्यापमं घोटाले में आरोपित को पकड़ने गयी थी मध्यप्रदेश की एसटीएफ टीम
पटना : मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले में फर्जी करनेवाले छात्र त्रिभुवन प्रसाद को गिरफ्तार करने गुरुवार को एसटीएफ की टीम पीएमसीएच पहुंची, लेकिन उसके पहुंचने के पहले ही छात्र परीक्षा देकर निकल चुका था. इस कारण से छात्र को गिरफ्तार नहीं किया जा सका. एसटीएफ ने परीक्षा हॉल में जाने के पहले ही लड़के की पहचान कर ली थी. उधर एसकेएमसीएच व पावापुरी में भी एसटीएफ आरोपित छात्रों को गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन वहां भी छात्र पकड़ में नहीं आये.
फिलहाल पीएमसीएच में छात्र त्रिभुवन सेकेंड इयर की परीक्षा दे रहा है और पुलिस को इसकी जानकारी मिल गयी. कॉलेज प्रशासन भी एसटीएफ का सहयोग नहीं कर पा रहा है, क्योंकि छात्र परिसर में नहीं रहता है और एसटीएफ को कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि उसे परीक्षा हॉल में गिरफ्तार नहीं किया जाये. फिलहाल एसटीएफ की एक टीम परिसर में ही मौजूद है. टीम में दो जवान शामिल हैं.
पीएमसी प्राचार्य को भोपाल से आया पत्र
पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा को भोपाल के सहायक पुलिस महानिरीक्षक ने पत्र लिख कर छात्र की पूरी जानकारी दी है. पत्र के मुताबिक छात्र व्यापमं घोटाला में फंसा हुआ है और उसके ऊपर 1000 का इनाम एवं न्यायालय के द्वारा वारंट जारी है.
ऐसे में आप छात्र की जानकारी एसटीएफ को दें और उसे गिरफ्तार कराने में मदद करें. मालूम हो कि एमपी व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा वर्ष 2012 में आयोजित एमपीपीएमटी परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े के संबंध में थाना एसटीएफ एमपी भोपाल अपराध संख्या 12/13 धारा – 409, 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी भादवि की धारा 65, 66 आइटी एक्ट, धारा 3 (घ) – 1,2/13 एमपी मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम -1937 है.
इन छात्रों को गिरफ्तार करने पहुंची टीम
व्यापमं घोटाले में बिहार के त्रिभुवन प्रसाद (मधुबनी), रवि कुमार (सदाकत आश्रम), सौरभ कुमार (कटिहार) व अनिल कुमार (सासाराम) शामिल हैं. एसटीएफ टीम के मुताबिक इनमें से दो छात्र सारे परीक्षार्थियों के आगे-पीछे बैठ कर छात्रों को उत्तर बताते थे और इसके लिए दोनों को पैसे मिलते थे. यह जानकारी पूर्व में पकड़े गये छात्रों से मिला है और इन छात्रों को पकड़ने के लिए एसटीएफ छापेमारी कर रही है और आशंका के आधार पर 35 और छात्रों की फाइलें पूर्व में ही पीएमसीएच से ले गयी है.
हमारे पास कोई एसटीएफ की टीम नहीं आयी है, लेकिन इस बात की जानकारी मुङो भी मिली है कि वह परिसर में आरोपित छात्र की निगरानी कर रहे हैं. फिलहाल हमारे पास एमपी से कोई पत्र भी नहीं आया है.
– डॉ एसएन सिन्हा, प्राचार्य

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