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एजाजुल हक पर हमला करनेवाला गिरफ्तार, बोला अप्राकृतिक यौनाचार की कोशिश की, तो मारा चाकू

पटना/बिहटा: पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के रिश्तेदार व पूर्व मंत्री एजाजुल हक पर उनके अपार्टमेंट में चाकू से हमला करनेवाले राघवेंद्र उर्फ राघव को भोजपुर के बड़हरा इलाके में एक पुल के पास गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी शनिवार तड़के 5:30 बजे हुई, जब वह घटना को अंजाम देने के बाद भाग रहा था. पुलिस को […]

पटना/बिहटा: पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के रिश्तेदार व पूर्व मंत्री एजाजुल हक पर उनके अपार्टमेंट में चाकू से हमला करनेवाले राघवेंद्र उर्फ राघव को भोजपुर के बड़हरा इलाके में एक पुल के पास गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी शनिवार तड़के 5:30 बजे हुई, जब वह घटना को अंजाम देने के बाद भाग रहा था. पुलिस को सफलता उसके मोबाइल फोन के लोकेशन से मिली. गिरफ्तारी के बाद आरोपित राघाव ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उसका कहना है कि पूर्व मंत्री ने शुक्रवार की देर रात उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार की कोशिश की, जिसके दौरान हाथापाई भी हुई और वह चाकू से हमला कर फरार हो गया. पुलिस ने उसे पूर्व मंत्री के आवास में लूट व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है.
मोबाइल नंबर के लोकेशन से पकड़ा गया हमलावर
घटना के बाद पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ अपार्टमेंट पर पहुंची. वहां गार्ड व आसपास के लोगों का बयान लिया व कमरे से जांच नमूने भी लिये गये. इसके बाद अपार्टमेंट के गार्ड के मोबाइल नंबर से वह नंबर निकाला गया, जिस नंबर से पूर्व मंत्री से बात कराने के बाद हमलावर उनकी गाड़ी लेकर भाग गया था. इसके बाद पुलिस ने उस मोबाइल फोन का लोके शन लिया, तो आरा में लोकेशन मिला. इस पर बिहटा से लेकर उस लाइन के सभी थानों की पुलिस को सतर्क कर घेराबंदी की गयी. तड़के 5:30 बजे बड़हरा थाना क्षेत्र के बबुरा रोड में केशवपुर के पास से पुलिस ने उसे स्कॉर्पियो के नंबर के आधार पर रोका और उसमें मौजूद राघव को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर चाकू बरामद किया गया और पूर्व मंत्री की रिवॉल्वर व स्कॉर्पियो के साथ उसे शास्त्रीनगर थाना लाया गया, जहां पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.
घटना को लेकर पूर्व मंत्री का यह है फर्द बयान
घटना के बाद पूर्व मंत्री एजाजुल हक ने अपने फर्द बयान में जो कहा, उसमें यह है कि रात में 11:30 बजे तीन युवक अचानक उस पर हमलावर हो गये. राघवेंद्र को सूचना मिली थी कि हमने ने कोई फ्लैट बेचा है, जिसका रुपये घर पर करीब 50 लाख रुपये आये है. बीती रात को सुनियोजित प्लान के मुताबिक उनके फ्लैट पर पहुंच उनके घर पर रखे रिवॉल्वर व पैसे के लोभ में आकर हम पर अंधाधुंध चाकू से वार कर दिया. इसके बाद रिवॉल्वर, कारतूस और 30 हजार नकद समेत स्कॉर्पियो लेकर फरार हो गया.
सीसीटीवी फुटेज में दिखा था राघव
अपार्टमेंट के गार्ड ने पुलिस को बताया कि मैंने सिर्फ एक आदमी को भागते हुए देखा है. सीसीटीवी फुटेज में भी पुलिस को एक ही आदमी दिखा है, वह राघव है. पूर्व मंत्री के फ्लैट से दो लाइसेंसी राइफलें मिली हंै. वहां से जांच नमूना लिया गया है. अब पुलिस जांच कर रही है कि हमलावरों की संख्या तीन थी और फिर कुछ और कहानी है.सभी के बयानों की जांच हो रही है.
यह हुआ बरामद
केशोपुर के समीप से मंत्री के स्कॉर्पियो से भाग रहे राघवेंद्र को एक रिवॉल्वर, 19 कारतूस, एक चाकू और मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है. बरामद सामान में बीआर-29-आर-8696 स्कॉर्पियो, एनपी 32 एमके वन एसएएफ कानपुर 2000बी-5615 रिवॉल्वर, .32 का 19 कारतूस, एक चाकू, एक मोबाइल शामिल है.
राघवेंद्र का सनसनीखेज आरोप
पकड़े गये आरोपित ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उसका कहना है कि मैं आवास पर अकेले था. इस दौरान पूर्व मंत्री अपने लैपटॉप पर कुछ काम करवा रहा था. इस दौरान उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार की कोशिश करने लगे. विरोध करने पर हाथापाई पर उतर गये. इस पर बचने के लिए उसने कमरे में मौजूद किचन के चाकू से उन पर हमला कर दिया और भाग निकला. उसका कहना है रिवाल्वर गाड़ी में ही था, जबकि पूर्व मंत्री का कहना है कि कमरे से रिवॉल्वर ले गये थे हमलावर. सारण जिले के दयालचक, टूड़ीगंज का रहनेवाले राघवेंद्र उर्फ राघव के पिता लाल बाबू सिंह सचिवालय में नौकरी करते थे. वह अब रिटायर्ड कर चुके हैं. राघव पटना के न्यू पाटलिपुत्र, गांधीनगर में रहता है. चार दिन पहले उसकी मुलाकात पूर्व मंत्री एजाजुल हक के एक करीबी से हुई थी. वह नौकरी दिलाने के नाम पर राघव को पूर्व मंत्री से मिलवाया था. इस पर आशियाना-दीघा रोड स्थित रॉयल कोर्ट अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 301 में रह रहे पूर्व मंत्री ने उसे नौकरी पर रख लिया और उसे डाटा इंट्री का काम लिया जा रहा था. वह पूर्व मंत्री के आवास पर ही रहता था. रात में पूर्व मंत्री ने हमले की सूचना एसएसपी विकास वैभव को दिया. पुलिस वहां पहुंची और उन्हें अस्पताल में भरती कराया.
किसने राघव को दिलायी थी नौकरी
पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है, जिसने राघव को पूर्व मंत्री के आवास पर नौकरी पर रखवाया था. राघव का जो आरोप है, उसकी जांच हो रही है. यह भी देखा जा रहा है कि कहीं यह पूर्व मंत्री को फंसाने के लिए साजिश तो नहीं रची गयी है.
डाटा इंट्री के काम के लिए रखा था नौकरी पर
सारण जिले के दयालचक, टूड़ीगंज का रहनेवाले राघवेंद्र उर्फ राघव के पिता लाल बाबू सिंह सचिवालय में नौकरी करते थे. वह अब रिटायर्ड कर चुके हैं. राघव पटना के न्यू पाटलिपुत्र, गांधीनगर में रहता है. चार दिन पहले उसकी मुलाकात पूर्व मंत्री एजाजुल हक के एक करीबी से हुई थी. वह नौकरी दिलाने के नाम पर राघव को पूर्व मंत्री से मिलवाया था. इस पर आशियाना-दीघा रोड स्थित रॉयल कोर्ट अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 301 में रह रहे पूर्व मंत्री ने उसे नौकरी पर रख लिया और उसे डाटा इंट्री का काम लिया जा रहा था.

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