बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, भाजपा के नेता कर रहे कुरसी आसन
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भाजपा को तमाम मुददों पर घेरते हुए कहा कि उसके नेता कुरसी के फेर में कुरसी आसन कर रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बारे मे उन्होंने कहा कि हमने उन्हें प्रतिदिन घर में योग करने की सलाह दी थी. यहां योग का कार्यक्रम […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भाजपा को तमाम मुददों पर घेरते हुए कहा कि उसके नेता कुरसी के फेर में कुरसी आसन कर रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बारे मे उन्होंने कहा कि हमने उन्हें प्रतिदिन घर में योग करने की सलाह दी थी. यहां योग का कार्यक्रम हुआ. शाह लोगों के साथ योग करने बिहार आये थे. न अमित शाह ने योग किया और न सामने के लोग योग कर पाये. वह तो भीड़ थी, कोई उत्सव तो था नहीं. मंच से कुछ करतब दिखाया जा रहा था. उन्होंने कहा कि योग दिखावे की चीज नहीं है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिखावे के योग का एलान किये और आकर बैठ गये.
कौन सा योगासन था, यह कुरसी आसन था. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेता कुरसी आसन वाले लोग हैं. कुरसी पाने के लिये बिहार में हर करतब कर रहे हैं. ये आसन नहीं सर्कस कर रहे थे. सीएम ने कहा, हमने श्रीश्री रविशंकर जी का शॉट सुदर्शन शुरू किया. बाद में मुंगेर से स्वामी निरंजनानंद जी से अनुरोध किया तो उन्होंने एक योग शिक्षक से योग सीखलवाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को बिहार से कुछ लेना-देना नहीं है. यह तो हुक्मीबंदे हैं, दिल्ली जैसा कहेगा, करेंगे. झारखंड की तरह बिहार में भी चाहते हैं कि हुक्मीबंदा बैठे. भाजपा को बिहार के प्रतिष्ठा एवं स्वाभिमान से इनको कोई लेना-देना नहीं है.
भाजपा पार्टी विथ डिफरेंस का दावा करने वाले को मौका मिला तो अपने सारे वायदों से मुकर गये. रोज-रोज नये घोटाले सामने आ रहे हैं. घोटाले का मतलब सिर्फ पैसे का लेन-देन एवं लूटपाट नहीं है. कानून सम्मत ढ़ंग से जिस प्रकार से शासन चलना चाहिये और शासन में बैठे हुए लोगों को कानून का पालन करना चाहिये. उन्होंने कहा कि इस देश का विदेश मंत्री एक ऐसे भगोड़े व्यक्ति को मानवीय आधार पर मदद करेगा, यह कोई आधार हो ही नहीं सकता. उन्होंने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है. आखिर काम करने का तरीका क्या है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जी का सारा मामला कोई आज का नहीं है.
इनका तो बहुत पहले का है. सारी दुनिया को मालूम है कि जब वसुंधरा राजे जब पहली बार मुख्यमंत्री बनी तो ये ललित मोदी जी के बेहद करीब माने जाते थे. ललित मोदी का राजस्थान की सरकार में एक रूतबा था. ये जब विपक्ष में थी तो उन्होंने जो कुछ भी किया, वे जानें. उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत रूप से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रति आदर है. लेकिन, सवाल व्यक्ति का नहीं, पार्टी के काम करने के तौर- तरीकों का है. भाजपा के लोग गैरकानूनी काम कर रहे हैं. जितना सरकारी स्ट्रर है, उस पर पेंटिंग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और सरकार की जो प्रॉपर्टी है, उस पर पेंटिंग करवा रहे हैं. जबकि होर्डिंग तो भाड़े पर मिलता है.
भाजपा राष्ट्रगान भी बदलना चाहती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र गान में बदलाव लाने की बात भाजपा के लोग कर रहे हैं, इनका एजेंडा यही सब है. अब लोगों के समझ में सारी बातें आ रही है. लोगों ने मुगालते में इनको वोट दे दिया. कोई विकास के नाम पर, कोई पिछड़ा के नाम पर, कोई धर्म के नाम पर, कोई कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी के कारण इन्हें वोट दिया. इनका असली चेहरा यही है कि शेटल चीजों को अनशेटल करो. उन्होंने कहा कि भाजपा पहले जनसंघ थी. इनका मूल संगठन आरएसएस है. यह पूरी कहानी नये सिरे से लिखना चाहते हैं, इतिहास को बदलना चाहते हैं. जो पौराणिक गाथायें दुनिया के हर हिस्से में प्रचलित है, जिसको मिथक कहते हैं. मिथक को ये इतिहास बनाने पर तुले हैं. उनहोंने कहा कि संविधान में इस बात का उल्लेख है कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वे एक वैज्ञानिक चेतना पैदा करें, साइंटिफिक टेम्परामेंट पैदा करें. ये ठीक उल्टा दकियानुसी प्रवृति को बढ़ावा देते हैं.
मेरी होर्डिंग से भाजपा परेशान
मुख्यमंत्री ने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर साधा निशाना, कहा कि साढ़े सात साल से मेरे साथ काम कर रहे थे, मेरे बारे में पता नहीं था कि हम क्या हैं, अब पता चला है. हमको जरूर पता चला है कि वे क्या हैं. जब मेरे ऊपर बरसते हैं और व्यक्तिगत आरोप लगा देते हैं तो मुङो जरूर कभी-कभी दुख होता है. इतने दिनों तक काम करने के बाद ऐसी बातें कर रहे हैं. फिर हमको लगता है कि चलो पार्टी ही ऐसी है, विचारधारा ही ऐसी है. पहले वे बदनाम थे कि काफी करीबी हैं. वे बदनामी का दाग मिटाने के लिए अनापशनाप मेरे ऊपर बोलते रहते हैं, ताकि लोग समङों कि वे मेरे नजदीकी नहीं हैं. पटना में दस-बीस जगह मेरी होडिर्ंग क्या लग गयी, ये परेशान हैं. 2013-14 में इनकी कितनी होर्डिंग लगी थी. उन्होंने कहा कि पटना- दीघा रूट देखा जा सकता है. रेलवे लाइन, उसके अगल-बगल जो होर्डिंग है, उसको जबरदस्ती इन्होंने ले लिया है. रोज होर्डिंग वाले को धमका रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं कुछ बोलता नहीं. उस स्तर पर नहीं जाऊंगा. लेकिन, भाजपा के लोग नर्वसनेस में सारा गैर कानूनी काम कर रहे हैं.