51 शक्तिपीठ इंटरनेशनल मिशन ने 251 करोड़ रुपये से पटना जिले में विक्रम प्रखंड के दादुपुर गांव में पटना-औरंगाबाद एनएच 139 पर 51 शक्तिपीठ धाम महामंदिर बनाने का निर्णय लिया है. 51 शक्तिपीठ धाम महामंदिर के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ श्रीपति त्रिपाठी ने रविवार को इसकी घोषणा की. उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म में महाशक्ति के रूप में पूज्य माता सती के 51 अंगों से बनी 51 शक्तिपीठ की मिट्टी, अग्नि और जल को भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा नेपाल, बांगलादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका व तिब्बत से लाकर दादुपुर गांव में महामंदिर की स्थापना की जायेगी.
यह मंदिर विश्व का प्रथम कलश महामंदिर होगा, जो 51 शक्तिपीठ मंदिर की मिट्टी, अग्नि व जल, 51 नृत्यांगनाएं, 51 अर्ध-नारीश्वर किन्नरों के घरों की मिट्टी, अग्नि व जल, 51 वेश्याओं के घरों की मिट्टी, 51 महिला यजमानों के घरों की मिट्टी, अग्नि व जल, 51 नदियों का जल और 51 गावों व 51 नगरों की मिट्टी से निर्मित होगा. मंदिर के साथ-साथ शक्तिपीठ आश्रम, गौशाला, गेस्ट हाउस और निःशुल्क बालिका विद्यालय का भी निर्माण किया जायेगा. देश का यह पहला मंदिर होगा, जो 51 महिला सदस्यों द्वारा संचालित किया जायेगा और इसकी मुख्य पुजारी भी महिला ही होंगी.
51 सदस्यीय महिला समिति की अध्यक्षा सतीमा सिंह की अध्यक्षता में गर्दनीबाग सूर्यमंदिर के समक्ष 51 महिला सदस्यों ने प्रयागराज के संगम से लाये गये जल से माता का आह्वान किया और दादुपुर गांव में 30 मार्च को रामनवमी पर महामंदिर के लिए भूमि-पूजन की तिथि की घोषणा की गयी. सतीमा सिंह ने बताया कि 30 मार्च को भूमि पूजन के अवसर पर 51 शक्तिपीठ माता का महाअनुष्ठान पूजा आयोजित की जायेगी, जिसमें पहली बार 51 महिलाओं को यजमान बनाया जायेगा, 51 हवनकुंड बनाये जायेंगे और 51 ब्राह्मण महाअनुष्ठान करायेंगे और सभी महिला यजमान की सौभाग्यवति खोईछा भराई की जायेगी.
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इस अवसर पर उपस्थित 51 शक्तिपीठ इंटरनेशनल मिशन के अंतरराष्ट्रीय महासचिव व प्रोजेक्ट निदेशक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि भूमि पूजन के अवसर पर सभी 51 शक्तिपीठ के प्रतिनिधि के अलावा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सभी राज्यों के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भी आमंत्रित किया जायेगा. बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा, जिसमें देश भर से 51 शास्त्रीय नृत्य-संगीत के कलाकार शिरकत करेंगे.