बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों में नामांकन की हो रही स्क्रीनिंग
एसटीएफ 2003 -13 तक के नामांकन की कर रही है जांच पीएमसीएच में 2003-04, बेतिया में 2013-14 के सभी छात्रों की ले गयी फाइल संवाददाता, पटना व्यापमं घोटाले में बिहार के मेडिकल छात्रों के नाम आने के बाद अब एसटीएफ पकड़े गये छात्रों से मिली जानकारी पर सभी मेडिकल कॉलेजों में जाकर छात्रों की स्क्रीनिंग […]
एसटीएफ 2003 -13 तक के नामांकन की कर रही है जांच पीएमसीएच में 2003-04, बेतिया में 2013-14 के सभी छात्रों की ले गयी फाइल संवाददाता, पटना व्यापमं घोटाले में बिहार के मेडिकल छात्रों के नाम आने के बाद अब एसटीएफ पकड़े गये छात्रों से मिली जानकारी पर सभी मेडिकल कॉलेजों में जाकर छात्रों की स्क्रीनिंग कर रही है. पीएमसीएच में 2003-04 सत्र के 100 छात्र और 2012-13 के 35 छात्रों की फाइल एसटीएफ ले गयी है. इसके अलावा बेतिया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर व एनएमसीएच में एसटीएफ पहुंच रही है और जिन छात्रों पर शंका होती है, उनको पकड़ने के लिए एसटीएफ उनके घर जा रही है. कॉलेज सूत्रों के मुताबिक, दो जुलाई के बाद एसटीएफ परिसर में नहीं आयी है, लेकिन उन छात्रों को पकड़ने में पुलिस कामयाब हो गयी है, जिनका पता लेकर एसटीएफ प्राचार्य कार्यालय में आयी थी. एसटीएफ जब से सभी मेडिकल कॉलेजों में जाकर उस वक्त के छात्रों की फाइल मांग रही है, तो इसको लेकर कॉलेज में हलचल है. मेडिकल छात्र दूसरे की जगह पर परीक्षा देने के लिए नहीं बैठते थे. यह छात्र परीक्षार्थी के आगे पीछे बैठ कर छात्रों का उत्तर बनाते थे और इसके लिए इनको पैसे मिलते थे. यह जानकारी पूर्व में पकड़े गये छात्रों से मिला है. इन छात्रों को पकड़ने के लिए एसटीएफ छापेमारी कर रही है. पीएमसीएच के प्राचार्य एसएन सिन्हा ने कहा कि एसटीएफ ने जिन छात्रों का फाइल व पता मांगा था, वह उनको दे दिया गया है. इसके अलावा हमें और कोई जानकारी नहीं है. पकड़े गये छात्रों पर आरोप साबित होगा, तो उसके बाद उन छात्रों पर कार्रवाई करने की सोची जायेगी.