बारिश. 150 साल पुराने दस्तावेज पर खतरा
– निबधंन विभाग के करोड़ों के दस्तावेज हो रहे खराब – जर्जर भवन से टपक रहा बारिश का पानी संवाददाता, पटनाकरोड़ों रुपये राजस्व की वसूली करने वाला जिला निबंधन कार्यालय के दस्तावेज बारिश के पानी से खराब हो रहे हैं. जर्जर भवन से टपकता पानी दस्तावेज को बरबाद कर रहा है. साथ ही कर्मियों को […]
– निबधंन विभाग के करोड़ों के दस्तावेज हो रहे खराब – जर्जर भवन से टपक रहा बारिश का पानी संवाददाता, पटनाकरोड़ों रुपये राजस्व की वसूली करने वाला जिला निबंधन कार्यालय के दस्तावेज बारिश के पानी से खराब हो रहे हैं. जर्जर भवन से टपकता पानी दस्तावेज को बरबाद कर रहा है. साथ ही कर्मियों को भी परेशानी हो रही है. निबंधन कार्यालय में दस्तावेजों को सुरक्षित रखने तक की जगह नहीं है. गठ्ठर में पड़े लगभग 155 वर्ष के कीमती दस्तावेज बरबाद हो रहे हैं. निबंधन कार्यालय के रेकॉर्ड रूम में अंधेरा है. इस कारण परेशानी और भी अधिक है. बिजली की शॉर्ट सर्किट से आग नहीं लगे. इसलिए बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया है. निबंधन विभाग में 1996 से लेकर 2005 तक के दस्तावेजों को स्कैनिंग किया गया है. इस कारण 1995 से अबतक के दस्तावेज सुरक्षित हैं, लेकिन इससे पूर्व के दस्तावेज खराब हो रहे हैं. एजेंसी की माने, तो काफी पुराने दस्तावेजों की स्कैनिंग मुश्किल है. इनकी स्थिति इतनी खराब है कि हाथ में लेते ही चूर होने लगते हैं. लिखावट भी मिट चुकी है. कोट भवन निर्माण विभाग ने निबंधन कार्यालय के भवन को अनुपयोगी बताया है. नये भवन बनाने की बात हो रही है. कार्यालय में न तो स्टाफ के सुरक्षित बैठने और न ही दस्तावेजों को सुरक्षित रखने की जगह है. इस कारण ये खराब हो रहे हैं. प्रशांत कुमार, जिला अवर निबंधक