मन में जब बात नहीं आती, तो ‘मन की बात’ नहीं करते प्रधानमंत्री : नीतीश कुमार

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रियों के मामले और नये-नये खुलासे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाये हैं. कहा, प्रधानमंत्री को जब बोलना होता है, तभी वे बोलते हैं. बाकी मामलों में चुप्पी साध लेते हैं. वे एक पार्टी के शीर्ष पर बैठे हैं, देश के प्रधानमंत्री हैं तो ऐसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2015 6:46 AM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रियों के मामले और नये-नये खुलासे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाये हैं. कहा, प्रधानमंत्री को जब बोलना होता है, तभी वे बोलते हैं. बाकी मामलों में चुप्पी साध लेते हैं. वे एक पार्टी के शीर्ष पर बैठे हैं, देश के प्रधानमंत्री हैं तो ऐसे मामलों पर उन्हें बोलना चाहिए, लेकिन वे नहीं बोलते हैं. लगता है कि जब उनके मन में बात आती नहीं है तो ‘मन की बात’ नहीं करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अलग किस्म की पार्टी है. कहते थे कि कुछ घोटाला नहीं हुआ है और ना ही कोई भ्रष्टाचार हुआ है. अब सब कुछ साबित हो गया है. सुचिता की बात करते हैं, लेकिन भाजपा में कानून का राज का महत्व नहीं है.

अपने लोगों को बचाना उनका काम हो रहा है. सब कुछ धराशायी हो गया है. सिर्फ पैसों का स्कैंप ही भ्रष्टाचार नहीं होता है. भाजपा पूरी तरह बेनकाब हो गयी है. उन्होंने कहा कि भाजपा एक भी वादा पूरा करने की स्थिति में नहीं है. अब तो कहने लगे हैं कि जुमला था. वे लोग जो कुछ भी कहेंगे वे जुमलेबाजी ही होगी. बिहार में कानून का राज स्थापित है. उसके पालन में कोई भेदभाव नहीं हो इसका ध्यान रखा जाता है. केंद्र सरकार की तरह नहीं कि जो भगोड़ा है उसे मानवीय आधार पर सहायता करते हों. अब तो उनकी पार्टी से भी इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि मिलना-जुलना होना चाहिए. इसमें कोई परहेज नहीं है. दोनों देशों के बीच कुछ विवादित मुद्दे हैं वह अपनी जगह है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाक के पीएम से मिलते हैं तो इसमें कोई आपत्ति नहीं है.

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