अंजनी कुमार सिंह
नयी दिल्ली : बिहार विधान परिषद के चुनाव परिणाम से भाजपा के केंद्रीय नेता खासे उत्साहित हैं. भाजपा के लिए विधानसभा उपचुनाव के परिणाम की भरपाई विधान परिषद चुनाव परिणाम ने किया है. भाजपा ने इस चुनाव परिणाम को विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानते हुए विधानसभा चुनाव के लिए 30 हजार से ज्यादा सभाएं करने की तैयारी भी शुरू कर दी है. पार्टी 15 जुलाई से प्रचार अभियान की शुरुआत करेगी. इस सभाओं की संख्या और अधिक भी हो सकती है.
पार्टी को या विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार को चुनाव पूर्व यदि लगेगा कि उनके क्षेत्र में और अधिक सभाएं की जरूरत हैं, तो और अधिक सभाएं की जायेंगी. यदि किसी खास नेता के दौरे से विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पक्ष में मतदाता गोलबंद हो सकते हैं, तो उस क्षेत्र में संबंधित नेता को भेजने की व्यवस्था भी की जायेगी. चुनाव प्रचार के लिए राज्य को चार डिवीजन (मंडल) में बांटा गया है. बेगूसराय, सहरसा, मुजफ्फरपुर और पटना. इन चार डिवीजन में राज्य के सभी जिलों को समाहित किया गया है. उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर से शिवहर, मोतिहारी, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी आदि जिलों के चुनाव प्रचार पर नजर रखी जायेगी, वहीं सहरसा डिविजन से सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, मधेपुरा आदि जिलों के चुनाव प्रचार को देखा जायेगा.
बिहार की जनता ने विकास को तरजीह दी: रूडी
पटना : केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता तभा संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव प्रताप रूडी ने विधान परिषद के चुनाव परिणाम पर कहा कि बिहार की जनता ने भ्रष्टबंधन के भंवर में फंसने की जगह विकास को तरजीह दी. इस चुनाव परिणाम का असर विधानसभा चुनाव में दिखेगा. उन्होंने छपरा से जीते उम्मीदवार सच्चिदानंद राय को बधाई तथा भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी.श्री रूडी ने कहा कि लाठी उठावन, त ेल पिलावन का दौर अब समाप्त हो गया. उन्होंने कार्यकताओं को आह्वान करते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री के विकासात्मक कार्यो को जन जन तक पहुंचाते रहें, ताकि विधाननसभा चुनावों में भारी बहुमत हासिल हो सके.
महागंठबंधन को बिहार की जनता ने नकारा : शाहनवाज
नयी दिल्ली : भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार विधान परिषद के चुनाव में महागंठबंधन की करारी हार ने साबित कर दिया है कि बिहार के लोग अच्छी सरकार चाहते हैं. यह हार जदयू के अहंकार को और अधिक पुष्ट करता है. महागंठबंधन को बिहार की जनता ने नकार दिया है. भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान शहनवाज ने कहा कि बिहार के लोग सुशासन चाहते हैं, अच्छी सरकार चाहते हैं, इसलिए कई तरह की गड़बड़ियों के बावजूद जदयू पांच सीटों पर सिमटकर रह गया, जबकि भाजपा पांच से 13 सीटों पर पहुंच गयी है.