पटना : बिहार बंद कराने निकले जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव को डाकबंगला चौराहे पर गिरफ्तार कर लिया गया. पप्पू यादव ने शनिवार को बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ बंद का ऐलान किया था. गिरफ्तारी के बाद उनको बीएमपी कैंप जले भेज दिया गया. उनके साथ पार्टी के 40-50 नेता व कार्यकर्ता शामिल थे. बिहार बंद का असर पटना में नहीं दिखा. राजधानी में दुकानें सामान्य रूप से खुली और वाहनों के यातायात पर कोई असर नहीं पड़ा.
बिहार में बिगड़ती विधि व्यवस्था, पुलिस पिटाई से छात्र सिकु की मौत, बाढ़ अपहरण व हत्याकांड के खिलाफ आयोजित आज का बिहार बंद असरदार दिखा. इस दौरान कई जगह हंगामा व तोड़फोड़ को देखते हुए पुलिस ने पप्पू यादव के साथ सैकड़ों बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया. सांसद अपने पार्टी कार्यालय किदवईपुरी से दिन के 10:20 बजे पूरे दल-बल के साथ निकले. उनके साथ पार्टी के कार्यकर्ता राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार, हत्या के विरोध में नारे लगा रहे थे. पार्टी कार्यालय से आयकर गोलंबर होते हुए बंद समर्थक डाकबंगला चौराहे तक पहुंचे. वहां पर वाहनों को रोका गया. इधर प्रशासन की ओर से भी पूरी तैयारी की गयी है. डाकबंगला चौराहा जाम के बाद वहां पर तैनात मजिस्ट्रेट ने पप्पू यादव के गिरफ्तारी की सूचना दी. उनके साथ करीब 40-50 नेताओं को दो बसों में बैठाकर बीएमपी कैंप ले जाया गया. सुबह के वक्त डाकबंगला चौराहे पर दुकानें नहीं खुली थी.
बंद के समर्थन में पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी व युवा शिक्त के कार्यकर्ता कई इलाकों में सुबह ही सड़कों पर उतर गए और कुछ देर के लिए सड़क व रेल यातायात को प्रभावित किया. हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें रोकने में कामयाब रही. बंद को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सहित कई अन्य विपक्षी दलों ने भी समर्थन दिया था, हालांकि उनके कार्यकर्ता सड़कों पर कम ही नजर आए. मधेपुरा व आरा समेत अनेक जगहों पर बंद समर्थकों ने रेल परिचालन को ठप करने की कोशिश करते हुए हंगामा किया. गिरफ्तार होने से पहले पप्पू ने कहा कि राज्य में अपराधियों का राज चल रहा है. लगातार हत्याएं हो रही हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है. छात्रों पर जुल्म किए जा रहे हैं. पप्पू ने कहा कि विधान परिषद के चुनाव में माफियाओं को टिकट दिया गया.