नरेंद्र मोदी को ओबीसी का पहला पीएम बताने पर बिहार में सियासत तेज
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दावे को झूठा बताया है, जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी को देश का पहला ओबीसी पीएम बताया है. शनिवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी से पहले एचडी देवगौड़ा पिछड़े वर्ग से प्रधानमंत्री बन चुके […]
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दावे को झूठा बताया है, जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी को देश का पहला ओबीसी पीएम बताया है. शनिवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी से पहले एचडी देवगौड़ा पिछड़े वर्ग से प्रधानमंत्री बन चुके हैं. वहीं, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा पिछड़ों का इतिहास मिटाना चाहती है. उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पिछड़े वर्ग से पहले प्रधानमंत्री के मामले में सरासर झूठ बोल रहे हैं.
पिछड़े वर्ग में होने से कल्याण नहीं होता, काम करना जरूरी: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा के लोग सिर्फ पिछड़े वर्ग की बात करते हैं, काम नहीं करते हैं. कोई प्रधानमंत्री या कोई मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग का हो, इससे पिछड़ा वर्ग का कल्याण नहीं होता है. उनके लिए काम करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि भाजपा पिछड़े वर्ग की बात करती है, लेकिन जाति आधारित जो जनगणना हुई, उसमें पिछड़े और अन्य जातियों की क्या स्थिति है, उसे सार्वजनिक क्यों नहीं करती. लोगों के शैक्षणिक-आर्थिक-सामाजिक स्थिति के बारे में बताना चाहिए, ताकि उसके समाधान के लिए काम किया जा सके. सीएम ने कहा कि भाजपा का विकास से कोई मतलब नहीं है. उन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए, चाहे कोई भी हथकंडा अपना कर वह मिले. समाज को जात, धर्म, संप्रदाय के नाम पर बांटने पड़े, तो इससे भी वे नहीं चूकते. लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार जात-धर्म का कार्ड खेला गया, यह सबके सामने है. अभी भी वे यही कर रहे हैं. जातिगत आधारित जनगणना की रिपोर्ट दबा कर रखी है.
कल सोनिया के इफ्तार में शामिल होंगे नीतीश
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं नयी दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से आयोजित इफ्तार में शामिल होऊंगा. सोनिया ने 13 जुलाई को इफ्तार का आयोजन किया है. इसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री सोमवार को ही दिल्ली जायेंगे.
मैंने बनवाया था पहला पिछड़ा पीएम : लालू
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पिछड़े वर्ग से पहले प्रधानमंत्री के मामले में सरासर झूठ बोल रहे हैं. शनिवार को अपने सरकारी आवास पर उन्होंने कहा कि देश को पिछड़े वर्ग का पहला प्रधानमंत्री देने का श्रेय मुङो है. 1996 में जब मैं जनता दल काअध्यक्ष था, उसी समय बिहार निवास में प्रधानमंत्री को लेकर अहम बैठक हुई थी, जिसमें मधु दंडवते, बीजू पटनायक, एसआर बोम्मई आदि मौजूद थे. मैंने सभी से अलग एचडी देवगौड़ा को प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा. इसे तुरत स्वीकार किया गया. उन्होंने कहा कि अमित शाह को ज्ञान नहीं है. देवगौड़ा को भूल कर वह देश के इतिहास को चबा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस समय 1993 में मंडल कमीशन की अधिसूचना जारी हुई, उस समय ओबीसी की सूची में नरेंद्र मोदी की जाति नहीं थी. उस समय घांची जाति, जिसमें मुसिलम थे, इस सूची में थी. 2000 में जब गुजरात में केशुभाई की सरकार बनी, तो उसने केंद्र को मोदी की जाति मौध, घांची-तेली को ओबीसी में शामिल करने का प्रस्ताव दिया, जिसे स्वीकार किया गया.
इस समय केंद्र में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार थी. इस सरकार ने गुजरात सरकार के प्रस्ताव को मान लिया और इसके बाद नरेंद्र मोदी की जाति अन्य पिछड़े वर्ग में शामिल हुई. लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा पिछड़ों का विरोधी रही है. उन्होंने कहा कि जिस समय मंडल का प्रभाव चल रहा था, भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का रथ सोमनाथ से रवाना हुआ. इस रथ का संचालन नरेंद्र मोदी कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बताएं कि मंडल के पहले उसने कितनी पिछड़ी जाति के नेताओं को सांसद, विधायक, और मुख्यमंत्री बनवाया. बिहार विधान परिषद के परिणाम पर अमित शाह के बयान पर लालू ने कहा कि अमित शाह गलत बयानी कर रहे हैं. यह जनता का मैंडेट नहीं है. भाजपा हवाबाजी कर रही है. उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू होने के बाद ही भाजपा ने सांसद, विधायक व विधान पार्षदों में पिछड़ों को हिस्सा देने को मजबूर हुई और मंडल के प्रभाव के कारण ही भाजपा को बिहार में नीतीश कुमार जैसे पिछड़े चेहरे को आगे करना पड़ा.
राजभवन मार्च की तैयारी पूरी
राजद मीडिया विभाग के प्रभारी प्रगति मेहता ने बताया कि जातीय जनगणना की रिपोर्ट केंद्र सरकार को हर हाल में जारी करना होगा. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने रिपोर्ट जारी कराने के लिए बिगुल फूंक दिया है. 13 को राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन और राजभवन मार्च के माध्यम से केंद्र की भाजपा सरकार को यह बता दिया जायेगा कि उसे दलितों, महादलितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, अल्पसंख्यकों सहित सभी जातियों की रिपोर्ट जारी करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि पटना में आयोजित मार्च का नेतृत्व लालू प्रसाद करेंगे. इसमें पार्टी के सभी शीर्ष नेता शामिल होंगे.