विप चुनाव में धन-बल का इस्तेमाल लोकतंत्र के लिए खतरा : सत्यनारायण

पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव में जिस तरह से धन-बल का खुल्लम-खुल्ला प्रयोग हुआ, वह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. इस चुनाव में भले ही वाम दलों को कामयाबी न मिली हो, पर वाम कार्यकर्ताओं की एकजुटता बढ़ी है. इसका असर विधानसभा चुनाव में दिखेगा. भाकपा और माकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2015 6:06 AM
पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव में जिस तरह से धन-बल का खुल्लम-खुल्ला प्रयोग हुआ, वह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. इस चुनाव में भले ही वाम दलों को कामयाबी न मिली हो, पर वाम कार्यकर्ताओं की एकजुटता बढ़ी है.
इसका असर विधानसभा चुनाव में दिखेगा. भाकपा और माकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह और अवधेश कुमार ने रविवार को जनशक्ति भवन में संवाददाता सम्मेलन मेंकहा कि नमो सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश, भाजपा के मंत्रियों की तरह-तरह के घोटालों में संलिप्तता, सरकार की जन विरोधी नीतियों और किसानों के साथ वादा खिलाफी को लेकर वाम दलों ने 21 जुलाई को बिहार बंद कराने का निर्णय लिया है. इसके पहले 20 जुलाई को विरोध दिवस मनेगा.
23 जुलाई को विधानसभा चुनाव को लेकर सभी वाम दलों की बैठक होगी. मौके पर भाकपा माले के धीरेंद्र झा, एसयूसीआइ (सी), अखिल हिंद फारबर्ड ब्लॉक और आरएसपी के नेता भी मौजूद थे.

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