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महिला सशक्तीकरण पर नीतीश अकेले वाहवाही न लूटें : मंगल

पटना: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बात को भूल गये हैं कि बिहार में महिला सशक्तीकरण का जो कार्य हुआ था वह भाजपा के साथ रहते हुए हुआ था. अकेले वाहवाही लूटने में उन्हें शर्म आनी चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को याद दिलाते हुए कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 1:40 AM
पटना: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बात को भूल गये हैं कि बिहार में महिला सशक्तीकरण का जो कार्य हुआ था वह भाजपा के साथ रहते हुए हुआ था. अकेले वाहवाही लूटने में उन्हें शर्म आनी चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को याद दिलाते हुए कहा कि 2005 में सरकार बनने के बाद भाजपा-जदयू का न्यूनतम साझा कार्यक्रम बना था, जिसमें महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करने के मुद्दे बने थे.
स्वास्थ्य, शिक्षा और राजनीतिक दृष्टि से कई कार्यक्रमों की योजना बनी थी. बच्चियों को साइकिल, पोशाक , पुस्तक देने तथा स्थानीय निकाय के चुनाव में महिलाओं को आरक्षण देने की व्यवस्था थी. लेकिन भाजपा के अलग होते ही सारी योजनायें तीन तेरह नौ अठारह हो गया. स्थिति यह बन गयी है कि साइकिल, पोशाक और पुस्तक लेने के लिए लोगों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है.
छात्राओं को सेनेटरी नेपकीन योजना फेल हो चुकी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने ही सरकार के अपराध के आंकड़े देखने चाहिए कि किस प्रकार महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं वृद्घि हुई, बलात्कार, छेड़छाड़ और शौचालय जाने के क्रम में दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्घि हुई है. यह आंकड़ा पिछले दो वर्षों में काफी बढ़ा है . बलात्कार की घटनाओं में डेढ़ गुणा वृद्घि हुई है तो छेड़छाड़ की घटनाएं दोगुना बढ़ी है. यह उनकी सरकार की महिला सशक्तिकरण के लिए आईना दिखाने का काम करता है . सन् 2010 में सुशासन के कार्यक्रम का निर्धारण हुआ था जिसमें महिला सशक्तिकरण के लिए 14 कार्य योजनाओं अंतिम रूप दिया गया था. नीतीश कुमार बतायें कि इसमें से कितनी योजनाओं पर काम हुआ. बिहार की महिलायें यह जानना चाहती है कि 20 महीने के अपने राजपाट में उन्होंने क्या किया.

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